हरिद्वार। सांसारिक मोह माया का त्याग कर परमात्म प्राप्ति के मार्ग पर चलने वाले तथाकथित भगवाधारियों की लीला भी अजब है। जिस प्रकार इनकी लीला न्यारी है, ठीक उसी प्रकार इनकी राजनीति भी गजब की है।
तीर्थनगरी हरिद्वार में आए दिन इनकी राजनीति की लीलाएं देखने और सुनने को मिल जाती है। बीत रोज भी समर्थन देने और समर्थन वापस लेने की राजनीति देखने को मिली।
समर्थन वापसी और समर्थन देने से किसको क्या मिला और किसने क्या खोया ये अलग विषय है, किन्तु समर्थन वापसी के पीछे बड़ा खेल खेला गया।
सूत्र बताते हैं कि समर्थन वापसी का खेल गोल गली के चक्रव्यूह से निकला। सूत्र बताते हैं कि किसी कथित संत का गोल गली का खेल खेलते हुए वीडियो किसी के हाथ लग गया। उस वीडियो को आधार बनाकर दवाब बनाया गया और गोल गली वाले वीडियो के चलते समर्थन वापसी और समर्थन देने का खेल खेला गया।
सूत्र बताते हैं कि कथित संत ने ही संत को शिकार बनाकर यह खेल खेला। अब वही वीडियो कथित भगवाधारियों की राजनीति में भूचाल लाने का कारण बन सकता है।