हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि से परी अखाड़े की प्रमुख साध्वी त्रिकाल भवंता ने जान का खतरा बताते हुए पुलिस और प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कुंभ की व्यवस्थाओं पर फिर से सवाल खड़े करते हुए मेला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
साध्वी त्रिकाल भवंता ने कहा कि सरकार भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है। उनका लगातार संतों और मेला प्रसाशन द्वारा अपमान किया जा रहा है। उन्होंने सरकार और मेला प्रशासन से महिला संतों के लिए कुंभ क्षेत्र में स्थान उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने हरकी पैड़ी पर महिला संतांे के लिए अलग से स्नान की व्यवस्था किए जाने की मांग भी की। साध्वी त्रिकाल भवंता ने कहा कि वे कई बार मेला प्रसाशन और सरकार से अनुरोध कर चुकी हंै। बावजूद उसके प्रशासन उनकी न तो सुन रहा है और न ही महिला संतों के लिए कुंभ में व्यवस्थाएं कर रहा है। उनका आरोप है कि मेला प्रशासन और सरकार अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के दबाव में काम कर रहा है। कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। महंत नरेंद्र गिरि से उन्होंने अपनी जान का खतरा भी बताया। इसीलिए उन्होंने शासन-प्रशासन सुरक्षा मुहैया कराने की मांग भी की। नरेंद्र गिरि साधु संतों के साथ बैठक कर उन्हें जो अपमानित कर रहे थे, इसको लेकर वो कोर्ट भी गई थी। कोर्ट ने 11 संतों को कोर्ट में पेश होने का ऑर्डर दिया है। वे नए मुख्यमंत्री से उम्मीद करती हंै कि सीएम तीरथ जब सभी साधु-संतों से मिलने जाए तो महिला संतों के पास भी आए और उनकी पीड़ा सुने।

परी अखाड़ा प्रमुख साध्वी त्रिकाल ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि से बताया जान का खतरा


