फोन न उठाने पर की कार्यवाही
हरिद्वार में हुई धर्म संसद में हेट स्पीच मामले में एक्शन लेने के लिए पुलिस मुख्यालय पर दवाब बढ़ गया है। इन सब के बीच हरिद्वार एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत किसी भी तरह से अपनी प्रतिक्रिया से बचते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में उनको डीजीपी अशोक कुमार ने नोटिस जारी किया है।
जानकारी के मुताबिक, हरिद्वार धर्म संसद विवाद के जोर पकड़ने के बाद मामले में जवाबदेही से बचते हुए हरिद्वार एसएसपी (डीआईजी) योगेंद्र सिंह रावत अब मीडिया के फोन तक नहीं उठा रहे, जिसके बाद इस विवादित मामले को लेकर लगातार पुलिस मुख्यालय स्तर पर बार-बार प्रतिक्रिया मांगी जा रही है। ऐसे में इस विषय पर नाराजगी जताते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने हरिद्वार एसएसपी (डीआईजी) को लिखित नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। डीजीपी के पत्र में हरिद्वार एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत से इस बात का स्पष्टीकरण मांगा गया है कि मीडिया के फोन क्यों रिसीव नहीं हो रहे हैं और आगे इस तरह रवैया न दोहराने की हिदायत भी दी गई है। यह उत्तराखंड में पहली मामला है, जब डीजीपी ने लिखित स्पष्टीकरण मांगा हो।
विदित हो कि हरिद्वार धर्म संसद में तथाकथित विशेष समुदाय के प्रति बयानों का मामला लगातार जोर पकड़ता जा रहा है। पिछले दिनों कई संगठनों ने एकजुट होकर दून पुलिस मुख्यालय का घेराव भी किया था। मामले की गंभीरता देख डीजीपी ने आरोपित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था और बीते रोज ही निष्पक्ष कार्रवाई के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया है। हरिद्वार धर्म संसद में तथा-कथित भड़काऊ भाषण मामले में अब तक 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

डीजीपी ने जारी किया हरिद्वार एसएसपी (डीआईजी) के खिलाफ नोटिस


