हमलावर फायरिंग कर फरार, पुलिस जांच में जुटी
विनोद धीमान
हरिद्वार। पुरानी रंजिश के चलते मंगलवार देर शाम भिक्कमपुर गांव में उस समय अफरातफरी मच गई, जब दो बाइक पर सवार करीब आधा दर्जन हमलावरों ने एक घर के बाहर पहुंचकर गाली-गलौज की और विरोध होने पर गोली चला दी। गोली पास खड़े एक युवक को जा लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। घायल को गंभीर हालत में हरिद्वार अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भिक्कमपुर गांव निवासी कौशिक कुमार और कुछ अन्य युवकों के बीच लंबे समय से रंजिश चली आ रही थी। मंगलवार की शाम करीब साढ़े सात बजे दो बाइक पर सवार छह युवक कौशिक कुमार के घर के बाहर पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। शोर सुनकर मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। स्थिति बिगड़ते देख एक हमलावर ने तमंचा निकालकर फायरिंग कर दी।
फायरिंग के दौरान मोहित कुमार (25 वर्ष), पुत्र प्रकाश कुमार, जो वहीं पास में खड़ा था, के सीने में गोली जा लगी। गंभीर हालत में लहूलुहान होकर वह जमीन पर गिर पड़ा। गोली चलने की आवाज सुनकर गांव में हड़कंप मच गया और लोग दौड़ पड़े, लेकिन हमलावर फरार हो गए।
सूचना मिलते ही लक्सर कोतवाली प्रभारी राजीव रोथान और भिक्कमपुर पुलिस चौकी प्रभारी नवीन चौहान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायल मोहित को तत्काल हरिद्वार अस्पताल भिजवाया। मोहित कुमार का हरिद्वार अस्पताल में उपचार जारी है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
लक्सर के भिक्कमपुर गांव में मंगलवार देर शाम हुई फायरिंग की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अपराधियों में अब कानून का कोई डर शेष नहीं रह गया है। तमंचा लहराकर सरेआम गोली चलाना, एक निर्दोष युवक को घायल करना और फिर भी बेखौफ भाग निकलना — यह न सिर्फ कानून व्यवस्था पर तमाचा है, बल्कि समाज के उस ताने-बाने को भी झकझोर देता है, जिसमें हर नागरिक को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया है।
यह पहली बार नहीं है जब पुरानी रंजिश ने हिंसक रूप लिया हो, लेकिन इस बार अपराधियों का दुस्साहस चौंकाने वाला है। दिनदहाड़े किसी के घर के बाहर पहुंचकर गाली-गलौज करना, और जब विरोध हो तो गोली चला देना, यह दर्शाता है कि अपराधी पुलिस को चुनौती देने से भी नहीं हिचक रहे। यह सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है — एक संकेत कि अगर समय रहते कानून के रखवालों ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो आने वाले समय में यह दुस्साहस और गहराता जाएगा।
गंभीर प्रश्न यह भी है कि अपराधियों को यह हिम्मत कहां से मिल रही है? क्या यह पुलिस की ढिलाई है, या फिर कानून का कमजोर पड़ता डर?
पुलिस चौकी प्रभारी नवीन चौहान ने बताया कि घटना को गंभीरता से लिया गया है। हमलावरों की पहचान के लिए घटनास्थल और आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।