कुछ बीमारियां एवं उनके चमत्कारिक उपाय, बता रहे हैं वैद्य दीपक

1. हृदय रोग:
अदरक का रस तथा शहद, दोनों को मिलाकर नित्य उंगली से धीरे-धीरे चाटें। दोनों की मात्रा आधा-आधा चम्मच होनी चाहिए। इससे हृदय रोग में लाभ मिलता है।

अदरक का रस और पानी सममात्रा में मिलाकर सेवन करने से हृदय रोग मिटता है।

2. मस्सा और तिल:
अदरक के एक छोटे से टुकड़े को काटकर छील लें और उसकी नोक बना लें। फिर मस्से पर थोड़ा सा चूना लगाकर अदरक की नोक से धीरे-धीरे घिसने से मस्सा बिना किसी आप्रेशन के कट जायेगा और त्वचा पर कोई निशान भी नहीं पडे़गा। बस शुरू में थोड़ी सी सूजन आयेगी।

3. सिर का दर्द:
अदरक के रस और दूध को बराबर मात्रा में मिलाकर सूंघने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।
अदरक का रस, गुड़, सेंधानमक और पीपल को एक साथ घिस लें और पानी के साथ सूंघने से सिर की सभी बीमारियां ठीक हो जाती हैं।

गर्मी के कारण होने वाले सिर के दर्द में अदरक के रस की बूंदें नाक में डालने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।

अदरक को गाय के दूध या मां के दूध में पीसकर माथे पर लेप की तरह से लगाने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।

दूध में सोंठ का काढ़ा मिलाकर, सूंघने से विभिन्न प्रकार के दोशों से उत्पन्न तेज सिर दर्द खत्म हो जाता है।

4. आवाज का बैठ जाना:
अदरक के अंदर छेद करके उसमें लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग हींग भरके कपड़े में लपेटकर सेंक लें। फिर मटर के दाने के बराबर गोली बना लें। इस गोली को दिन में 1-1 करके 8 बार तक चूसें। यह स्वर-भंग (आवाज खराब होना) में लाभकारी है। अदरक का रस शहद में मिलाकर चाटने से भी बैठा हुआ गला खुल जाता है।

आधा चम्मच अदरक का रस को चौथाई कप गर्म पानी में मिलाकर आधे-आधे घंटे में चार बार पीने से सर्दी के कारण या खट्टी चीजों के खाने से बैठा हुआ गला ठीक हो जाता है। अदरक के रस को गले में कुछ समय तक रोकना चाहिए यानी कि रस को कुछ समय तक निगलना नहीं चाहिए। इससे गला साफ हो जाता है।
Dr.(Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com
9897902760

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