गृह कर निर्धारण करने के मांगे 10 हजार
हरिद्वार। नगर निगम का कर्मचारी बताकर घर-घर जाकर मकानों का सर्वे करने वाले कुछ लोग लोगों को लुटने का काम कर रहे हैं। गृहकर निर्धारण करने व नया नाम चढ़ाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम की मांग की जा रही है। पैसे ना देने पर काम में आने वाली अड़चनों का बखान कर लोगों को डराया जा रहा है।
बता दें कि कुछ लोग स्वंय को नगर निगम का कर्मचारी बताकर घर-घर जाकर गृह कर निर्धारण का कार्य कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गोविन्दपुरी में सामने आया जहां गृह स्वामियों में भय बनाकर उनका गृहकर निर्धारण करने व नए नामों को सम्मलित करने की एवज में दस हजार रुपये की मांग की गयी। बता दें कि परिवार के मुखिया की मौत के बाद गृहकर में उनके बच्चों का नाम दाखिल होना था। जिसकी एवज में निगम का कर्मचारी बताने वाले ने दस हजार रुपये की मांग की। पैसे देने से इंकार करने पर उसने गृहकर निर्धारण में आने वाली समस्याओं का बखान कर भय बनाने का भी कार्य किया। पूछने पर उसने अपना नाम गणेश निवासी धामपुर, बिजनौर यूपी बताया।
इस संबंध में जब मुख्य गनर अधिकारी दयानंद सरस्वती ने बात की गयी तो उन्होंने बताया कि ये निगम के कर्मचारी नहीं हैं। भारत सरकार की ओर से इस प्रकार का सर्वे करवाया जा रहा है। किन्तु यदि कोई पैसे की मांग कर रहा है तो वह गलत है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहाकि किसी को भी गृहकर निर्धारण करवाने के नाम पर कोई धनराशि न दें। यदि कोई ऐसा करता है तो उसकी तत्काल शिकायत करें। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।