सूरत गिरि बंगला आश्रम में हुआ सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन
हरिद्वार। श्री सिद्ध पीठ सूरत गिरि बंगल आश्रम में शनिवार को सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन हुआ। आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वमी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज की प्रेरणा से पं. शिवपूजन शर्मा के आचार्यात्व मे ंयज्ञोपवीत संस्कार कराया गया। इस अवसर पर 25 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार व कर्ण छेदन किया गया। बटुकों के परिजनों व संतों ने बटुकों को भिक्षा देकर अपना आशीर्वाद दिया।

इस अवसर पर अपने संदेश में आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर आर्चाय स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज ने कहाकि छात्रों को संस्कारवान एवं वैदिक संस्कृत शिक्षा प्रारंभ कराने से पूर्व उपनयन संस्कार किया जाना जरूरी होता है, इसलिए इस सामूहिक संस्कार का आयोजन किया गया। उन्होंने बटुकों को जनेऊ के नियम और उपाय बताए। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण कुल में 8 से 12 आयु तक और क्षत्रिय में 12 से 16 तक और अन्य वर्गों में 16 वर्ष की आयु के यह संस्कार संपन्न करवाना जरूरी है।

उन्होंने कहाकि आश्रम की परम्परा को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए वर्ष में तीन-चार बार सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार निःशुल्क कराया जाता है। आश्रम में चारों वेदों की शिक्षा छात्रों को दी जा रही है। उन्होंने सभी बटुकों से यज्ञोपवीत के पश्चात संध्या आदि करने की महत्ता बतायी। उन्होंने सभी को दीर्घायु होने तथा ज्ञानवान होने का आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर आश्रम के कोठारी स्वामी उमानंद गिरि महाराज की देखरेख में सम्पन्न हुए यज्ञोपवीत संस्कार में उन्होंने सभी बटुकों को भिक्षा देकर उनको आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर हवन-यज्ञ आदि धार्मिक अनुष्ठान किये गये।