हरिद्वार। वर्ष 1982 में टिहरी बांध परियोजना के अंतर्गत टिहरी से लगभग 440 परिवारों को विस्थापित करके हरिद्वार ग्रामीण के पथरी क्षेत्र में बसाया गया था, किंतु 42 वर्ष पूर्ण होने पर भी किसी भी परिवार को भूमिधरी का अधिकार नहीं मिल पाया है।
दरअसल टिहरी से विस्थापित हुए परिवार पिछले 42 वर्षों से लगातार अपने भूमि के अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसमंे अभी तक उनके हाथ सफलता नहीं लग पाई है। इसके लिए कई बार बैठक भी की गई। साथ ही लगातार सरकार के पटल पर अपनी मांग रखी गई, किंतु सदैव निराशा ही हाथ लगी। जिसको लेकर आज टिहरी डोबनगर के पंचायत भवन में बड़ी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी 6 ग्राम प्रधान तथा ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि बहादराबाद की उपस्तिथि में प्रस्ताव पारित किया गया कि 21 दिन के समयान्तर्गत अगर टिहरी विस्थापित पथरी जनपद हरिद्वार भाग 1, 2, 3, 4 को भूमिधर अधिकार नहीं मिलता है तो सभी ग्राम पंचायत के ग्रामवासी आगामी लोकसभा निर्वाचन 2024 के साथ-साथ सभी तरह के चुनावों का पूर्ण वहिष्कार करंेगे।
बैठक में मौजूद पूर्व राज्यमंत्री महावीर सिंह रावत ने कहा कि पूर्व में भी सरकारों ने हमें ठगा है, किंतु अब ये सिलसिला नहीं चलने दिया जायेगा। यदि 21 दिन में भूमिधरी अधिकार नहीं दिया गया तो आने वाले सभी चुनाव का पूर्ण रूप से टिहरी विस्थापित की सभी पंचायतें वहिष्कार करेंगी। उन्होंने बताया की यदि इससे भी बात नहीं बनी तो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा की यदि जरूरत पड़ी तो न्यायालय के समक्ष अपनी बात को रखेंगे। ग्राम प्रधान मंजीत खरोला ने कहा कि पूर्ण रूप से चुनाव का बहिष्कार ही हमें भूमिधरी का अधिकार दिलाएगा।
बैठक में गब्बर सिंह नेगी, बालम सिंह नेगी, महावीर सिंह खरोला, सोहन सिंह, डॉ. बिजेंद्र दत्त चमोली, खुशीदास प्रधान डोभनगर बालम नेगी ब्लांक प्रमुख बादरहाबाद प्रतिनिधि, दीपक रावत मंडल अध्यक्ष दक्षिणी भाजपा मोर्चा, बलवंत पंवार, त्रिपेन सिंह रावत, रविन्द्र सिंह प्रतिनिधि ग्राम बन्द्राकोटी, नरेन्द्र सिंह प्रधान घोन्टी, विजय रावत प्रधान विकास नगर, गुरुदीप सिंह वुटोला प्रधान भागरथी नगर, संजय रावत, बलवीर सिंह चौहान, शिव सिंह नेगी के साथ सैकड़ांे लोग मौजूद रहे।