हरिद्वार में हुआ मृतकों का अंतिम संस्कार, शक्ति नहर का पानी किया गया बंद
घटना में मृतकों के प्रति मुख्यमंत्री वन मंत्री ने गहरा दुख व्यक्त किया
हरिद्वार/ऋषिकेश। पौड़ी जिले के राजाजी नेशनल पार्क अंतर्गत चीला रेंज में सोमवार की शाम को वन विभाग की जीप का शक्ति नहर के किनारे टायर फट जाने के बाद वन विभाग कर्मचारियों की गाड़ी पेड़ से टकरा जाने के परिणामस्वरुप बड़ा हादसा हो गया था। हादसे में चार कर्मचारियों की मौत हो जाने के साथ जीप में सवार 05 घायल और एक महिला वार्डन के लापता होने पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम द्वारा शक्ति नहर में रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। उक्त घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वन मंत्री सुबोध उनियाल के साथ संपूर्ण उत्तराखंड के वन कर्मचारियों ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। हादसे को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने चीला शक्ति नहर में पानी भी कम करा दिया है। लेकिन अभी तक लापता जीव प्रतिपालक का कोई सुराग नहीं लग सका है। कोहरा और अधिक ठंड होने के कारण नहर में लापता जीव प्रतिपालक की खोजबीन करना मुश्किल हो रहा है। वहीं घायलों के परिजन एम्स परिसर में पहुंच गए है।
एम्स ऋषिकेश के अनुसार
सोमवार की शाम चीला मार्ग पर हुई दुर्घटना के घायलों को एम्स के ट्रॉमा इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। घायलों में से चार लोगों ने ट्रॉमा इमरजेंसी पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। जबकि इलाज हेतु भर्ती किये गए कुल 5 घायलों में से दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है।
चीला मार्ग पर हुई दुर्घटना के घायलों को एम्स के ट्रॉमा विभाग में भर्ती किया गया है। यह जानकारी देते हुए एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि एम्स में कुल नौ लोगों को पहुंचाया गया था, जिनमें से अस्पताल पंहुचने से पहले ही 4 लोग ब्राउड डेड पाए गएं। उन्होंने बताया कि ट्रॉमा इमरजेंसी से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतकों में शैलेश उम्र 42 वर्ष, प्रमोद उम्र 43 वर्ष, सैफ अली उम्र 25 वर्ष और कुलराज उम्र 35 साल (सभी चीला रेंज से सम्बंधित) शामिल हैं। जबकि घायलों में अमित सेमवाल 41 वर्ष, अश्विन बीजू उम्र 24 वर्ष, अंकुश उम्र 40 वर्ष, राकेश नौटियाल उम्र 50 वर्ष और हिमांशु उम्र 36 वर्ष शामिल हैं। घायलों में से अमित सेमवाल और अश्विन बीजू की हालत नाजुक बनी हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वन मंत्री सुबोध उनियाल ने पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। उक्त दुर्घटना में आलोकी (वार्डन राजा जी नेशनल पार्क चीला) लापता है। लापता की तलाश में एसडीआरएफ द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
नहर में लापता जीव प्रतिपालक की खोजबीन जल्द किए जाने वह एम्स में भर्ती सभी घायलों को अच्छे से अच्छा उपचार दिए जाने के लिए कहा गया है
एसडीआरएफ टीम द्वारा मंगलवार की सुबह से ही दोबारा घटनास्थल पर पहुंचकर उक्त लापता की खोजबीन हेतु संभावित स्थानों पर गहन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
हरिद्वार में हुआ मृतकों का अंतिम संस्कार
हादसे में मारे गए विभाग के चार अधिकारियों, कर्मचारियों की मृत्यु के बाद आज उनके शव हरिद्वार लाए गए। जहां खड़खड़ी श्मशान घाट पर उनकी अंत्येष्टि की गई। इस मौके पर वन व पुलिस प्रशासन के अनेक अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। अपने चार कर्मचारियों की मौत से पूरा महकमा सदमे में है। उधर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, यह दुखद हादसा है, जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी।