हरिद्वार। रुड़की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र स्थित युवक की मौत के मामले में हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों एवं क्षेत्रवासियों ने सड़क जाम लगाकर प्रदर्शन किया। लोगों ने पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए।
कोतवाली के बाहर धरना दे रहे लोगों ने का कहना है कि बीती 15 नवंबर को शक्ति विहार कॉलोनी में हुए झगड़े के दौरान दीपक नाम का युवक घायल हो गया था। आरोप है कि वह शिकायत लेकर कोतवाली आया, लेकिन पुलिस ने उसको काफी देर तक कोतवाली में बैठा कर रखा और उपचार नही करवाया। आरोप है कि इस कारण अगले दिन युवक की मौत हो गई।
परिजनों के मुताबिक मामले में उनकी ओर से दूसरे पक्ष के खिलाफ तहरीर दी थी, जिसमें उस समय हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। अब करीब 15 दिन बाद दो आरोपियों की गिरफ्तारी की गई, जिनके खिलाफ 302 की बजाए 304 की कारवाई करते हुए न्यायालय में पेश किया है। लोगों का कहना है कि पुलिस ने जानबूझकर मामले में हल्की धराओं में मुकदमा दर्ज किया है। धरना दे रहे लोगों में महिला पुलिस कर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया। इस दौरान क्षेत्रवासी घंटों तक सड़क जाम करके धरने पर बैठे रहे।
प्रभारी निरीक्षक गंगनहर अमरजीत सिंह, प्रभारी निरीक्षक सिविल लाइन आदि ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी की बात नही मानी। मामले की जानकारी पाकर सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी भी गंगनहर कोतवाली पहुंची। मामला बढ़ते देख अन्य थानों की फोर्स भी मौके पर बुलाई गई।
इस संबध में सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी का कहना है कि दो पक्षों के झगड़े के बाद एक युवक की मौत हुई थी। मामले में मुकदमा दर्ज कर दो लोगों को जेल भेजा गया है। पीएम रिपोर्ट में मौत के कारण स्पष्ट नहीं हुए हैं। मामले में जांच जारी है। जांच में धाराएं बढ़नी होंगी तो बढ़ाई जाएंगी और और लोगों के नाम प्रकाश में आयेंगे तो उनकी भी गिरफ्तारी होगी।