हरिद्वार। धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद आरोपी खुलेआम घुम रहे हैं। जबकि पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में गुरुवार को आयोजित महामण्डलेश्वर पट्टाभिषेक समारोह में आरोपी मच पर विराजमान रहे। इतना ही नहीं पंजाब पुलिस भी दूसरे आरोपी की तलाश में पंजाब की खाक छान रही है और वे हरिद्वार में आनन्द ले रहे हैं।
विदित हो कि कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविदर सिंह शास्त्री ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया था कि महंत गोपाल सिंह शिष्य महंत निरंजन सिंह निवासी निर्मल अखाड़ा संत एवेन्यू जीटी रोड अमृतसर (पंजाब), महंत जगजीत सिंह शिष्य महंत महेंद्र सिंह निवासी निर्मल संतपुरा कनखल हरिद्वार, महंत मोहन सिंह शिष्य महंत जोगेंद्र सिंह निवासी भजनगढ़ आश्रम खड़खड़ी और महंत बलवंत सिंह शिष्य रतन सिंह निवासी सुखदेव कुटी कनखल ने केनरा बैंक की शाखा में श्रीपंचायती अखाड़ा निर्मल कनखल हरिद्वार के नाम से गैर कानूनी रूप से एक बैंक खाता खोल लिया। आरोप है कि खाता खोलने के लिए चारों ने 28 जून साल 2018 की किसी बैठक के फर्जी कागजात बैंक में दिए हैं।
जबकि अखाड़ा संविधान के अनुसार किसी भी प्रकार की बैठक बुलाने का अधिकार केवल संस्था के अध्यक्ष श्रीमंहत के पास या संस्था के सचिव अथवा कार्यकारिणी के किसी अन्य सदस्य की अनुमति से ही है। कोठारी महंत जसविदर सिंह शास्त्री ने आरोप लगाया कि चारों महंतों ने खाते से करीब 50 लाख रुपए की ट्रांजेक्शन की है। कनखल पुलिस ने महंत गोपाल सिंह, महंत जगजीत सिंह, महंत मोहन सिंह और महंत बलवंत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने के बाद आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे। तभी से पुलिस उनकी तलाश कर रही है। जिनमे ंसे जगजीत सिंह महाराज अपने आश्रम में हैं तथा आज वे श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में महा मण्डलेश्वर के पट्टाभिषेक समारोह में मंच पर विराजमान दिखायी दिए। बावजूद इसके पुलिस को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। जबकि आरोपी खुलेआम घुम रहे हैं।