सूरतगिरि बंगला गिरिशानंद आश्रम में उल्लासपूर्वक मनाया गया योग दिवस
हरिद्वार। 8वें अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कनखल स्ािित सिद्धपीठ सूरत गिरि बंगला गिरिशानंद आश्रम में भी योग दिवस उल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें आश्रमस्थ ब्रह्चारियों व संतों ने योगासन किया।
इस अवसर पर अपने संदेश में आश्रम के एकादश पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज ने कहा कि आज योग वैश्विक सहयोग का आधार बन रहा है। योग दिवस वैश्विक पर्व बन गया है तथा सम्पूर्ण मानवता के लिये है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व योग केवल घरों व आध्यात्मिक केन्द्रों पर ही किया जाता था, लेकिन आज पूरा विश्व योग कर रहा है। योग से सम्पूर्ण समाज व विश्व में शान्ति का सन्देश जाता है तथा सर्वे भवन्तु सुखिन, सर्वे सन्तु निरामया. का सन्देश भी योग के माध्यम से पूरे विश्व में जा रहा है।

उन्होंने कहाकि योग के कारण पूरे विश्व में भारत का गौरव पुनः स्थापित करने का ऐतिहासिक काम हुआ है। उन्होंने कहाकि योग किसी धर्म विशेष या पूजा-अर्चना का माध्यम नहीं है। योग शरीर को स्वस्थ रखने और परम सत्ता तक पहुंचने का एक विशेष मार्ग है। योग प्राचीन भारतीय परम्परा है। योग से मन के समस्त विकारांे को दूर किया जा सकता है। इस अवसर पर योगाचार्य शिवपूजन शास्त्री ने अर्द्धचक्रासन, मकरासन, ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंग आसन, उत्तानपाद आसन, अर्द्धहलासन, शलभ आसन, त्रिकोणासन, भद्रासन, दण्डासन, वज्रासन, पुष्टासन, भ्रामरी प्रणायाम, अनुलोम-विलोम आदि का अभ्यास कराया गया।
सभी स्वस्थ हो, समाज का विकास हो, देश मंे शांति की प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। सांयकाल विशेष सांस्कृति कार्यक्रम व योग पर गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर कोठरी स्वामी उमानंद गिरि, स्वामी कमलानंद गिरि, सुरेन्द्रानंद गिरि, स्वामी अमृतानंद गिरि, स्वामी ज्ञानानंद गिरि, स्वामी प्रदीप गिरि, आचार्य बालकृष्ण त्रिपाठी, पं. राहुल शास्त्री आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।