हरिद्वार। श्री उदासीन पंचायती अखाड़ा नया के मुखिया महंत भगत राम ने वर्षों से अखाड़ा परिषद में महामंत्री पद पर आसीन चले आ रहे महंत हरिगिरि को जमकर खरी-खरी सुनाई।
हुआ यूं कि रविवार को श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में संतों की ओर से मुख्यमंत्री के स्वागत का कार्यक्रम था। कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री अपना सम्बोधन देने के लिए आए तो हरिगिरि ने नामों की सूची मुख्यमंत्री को दी। सीएम ने संतों का नाम लेकर उनका अभिनन्दन किया। सूत्र बताते हैं कि संतों की इस सूची में श्री पंचायती अखाड़ा नया के मुखिया महंत भगत राम का नाम गायब था। जब सीएम ने सभी संतों के नाम लिए और भगत राम का नाम सूची में न होने के कारण नहीं लिया गया तो महंत भगत राम का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। कार्यक्रम समाप्ति के बाद जैसे ही मुख्यमंत्री निकले तभी महंत भगत राम ने महंत हरिगिरि को पकड़ लिया और सूची में नाम न होने को लेकर जमकर खरी-खरी सुनाई। जिसके बाद महंत हरिगिरि चुपचाप सुनते रहे। नाराज महंत भगतराम कार्यक्रम समाप्त होते ही बाहर आ गए, जबकि अन्य संत कमरे में जाकर बैठ गए। जिसके बाद कुछ संत मुखिया महंत भगत राम को बुलाने के लिए बाहर आए, किन्तु महंत भगत राम ने ..हम क्या हैं.. यह कहकर अंदर जाने से इंकार कर दिया। उसके बाद कुछ संत जबरदस्ती महंत भगतराम को अंदर लेकर गए। महंत भगतराम द्वारा अपने की महामंत्री को सबके सामने खरी-खरी सुनाने की घटना संतों में चर्चा का विषय बनी रही।

…जब महंत भगत राम ने महंत हरिगिरि को सुनाई खरी-खरी


