हरिद्वार। अपने अस्तित्व में आने के साथ ही शिवलिकनगर नगर पालिका भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। विकास के नाम पर करोड़ों के घोटाले हुए। शिकायत के बाद जांच के आदेश होने पर भी जांच को प्रभाव के चलते दबा दिया गया। कुछ जांच अभी भी लंबित हैं। जिस कारण से भ्रष्टाचारी मौज ले रहे हैं। सूचना के अधिकार में जानकारी मांगने पर भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। इतना ही नहीं अपील का भी भ्रष्टाचारियों पर कोई असर नहीं हुआ।
कुछ भ्रष्टाचार के मामले जो सामने आए उनका नमूना कुछ इस प्रकार है।
1- सफाई कार्य सम्बन्धित खरीद निविदा प्रक्रिया में अनियमितता
2-कुंभ 2021 के समय सफाई कर्मचारी घोटाला, जिसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई, जो शासन स्तर पर लंबित है।
3- 6करोड 8 लाख रुपए की लाइट खरीद घोटाला हुआ।
4- तहबाजारी ठेके में वित्तीय अनियमितता के आरोप लगे, किंतु कोई भी स्पष्टीकरण नहीं आया।
5- चहेते चुनिंदा ठेकेदारों को कार्य देने के लिए एक ही सड़क को कई हिस्सो में बांट कर कोटेशन पर कार्य कराए गए प्रतिस्पर्धा नही हुई।
6- लोगों द्वारा 45% कमीशन वाली नगरपालिका बताया जाने लगा है ।
7-बिना कोई विज्ञापन नीति बनाए बीएचईएल की भूमि पर नियम विरुद्ध यूनिपोल लगाने की स्वीकृति दी है।
8- स्ट्रीट लाइट का बकाया लगभग 6 करोड
ऐसे कई मामले हैं, जो भ्रष्टाचार की कहानी बयां करते है। अब देखना होगा कि भ्रष्टाचार पर क्या करवाही होती है।