हरिद्वार। सीएम धामी के निर्देश के बाद एक बार फिर से अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ सख्त कार्यवाही देखने को मिली। सरकारी भूमि पर बने अवैध धार्मिक स्थलों को आज प्रशासन की टीम ने जमींदोज कर दिया। इस प्रशासनिक कार्यवाही की जद में दो अवैध मजारे और एक मंदिर आए जिन्हे ध्वस्त कर अतिक्रमण मुक्त कर दिया गया है।
शनिवार सुबह प्रशासन की टीम ने भारी सुरक्षा इंतजामों के बीच सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से खड़े किए गए धार्मिक स्थलों को जेसीबी की मदद से गिरा दिया। इनमें दो मस्जिदों को जिनमे एक जमालपुर कलां में प्राइमरी स्कूल के अंदर बनी अवैध मजार को ध्वस्त किया और दूसरा जगजीतपुर में मुख्य मार्ग पर बनी एक मजाक को जेसीबी की मदद से गिरा दिया। जबकि इसी के पास बने एक मंदिर को भी जिला प्रशासन की टीम ने हटवा दिया। इस पूरी कार्यवाही के दौरान दोनों ओर बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते को रोक दिया गया था। हालांकि इन धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए जिला प्रशासन ने संचालकों को पहले ही नोटिस दे दिया था।
बताते चलें कि इससे पूर्व भूपतवाला क्षेत्र में नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में बाधा बन रहे एक प्राचीन मंदिर को तोड़ा गया था। अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा है कि सरकारी संपत्तियों पर बनाए गए किसी भी तरह के धार्मिक स्थलों को गिराए जाने की बात कही।
हरिद्वार नगर निगम के मुख्य नगर अधिकारी के अनुसार मज़ार और मंदिर एक ही परिसर में स्थापित थे जिनको तोड़ने से पहले मजार से जुड़ी वस्तुएं मौलवी को और मंदिर में स्थापित शिवलिंग को पूरे विधि विधान से पंडित जी को सौंप दिया गया। इस दौरान नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती, मुख्य नगर अधिकारी, नगर निगम अजयवीर सिंह, एसडीएम जूही मनवाल सीओ सिटी हरिद्वार सुरेश तोमर चीफ इंजीनियर के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।