लालच और विश्वासघात ने ली बुजुर्ग महिला की जान
हरिद्वार। ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने 48 घंटे के अंदर की बुजुर्ग महिला की गुमशुदगी की मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करते हुए आरोपिता को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या से पूर्व महिला के घर में चोरी किए सामान को भी पुलिस ने आरोपित के पास से बरामद कर लिया है। आरोपित पुताई का काम करता है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जानकारी के मुताबिक पीठ बाजार ज्वालापुर निवासी निखिल कुमार ने 8 मई को अपनी माता सुनीता देवी के बिना बताए कहीं चले जाने के संबंध में कोतवाली ज्वालापुर पर गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। मुकद्मा दर्ज करने के बाद पुलिस महिला की तलाश में जुट गई थी। इसी दौरान पुलिस के लिए सीसीटीवी फुटेज मददगार साबित हुई, जिसमें लापता महिला 8 मई को सुबह लगभग 08 बजे एक सफेद ई रिक्शा में एक व्यक्ति के साथ बैठ कर जाती हुई दिखाई दी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस टीम ने ई रिक्शा चालक की जानकारी करने पर पता चला कि उसके द्वारा महिला व उसके साथ बैठे एक व्यक्ति को ई रिक्शा से पथरी रोह पुल के पास छोड़ा था, जिनके द्वारा रिक्शा चालक का नम्बर लेकर वहीं पर इंतजार करने को कहा था।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने उक्त महिला व उसके साथ जाने वाले व्यक्ति की कॉल डीटेल की जानकारी की तो दोनों का आपस में बातें करना पाया गया। दोनों की लोकेशन पथरी रोह पुल के पास होने पर शक गहरा गया। 9 मई को एक अज्ञात महिला का शव सोनाली पुल के पास मिला। जिसकी शिनाख्त अरविन्द कुमार ने अपनी माता के रूप से की।
पुलिस टीम ने सर्विलान्स की मदद से आरोपी नसीम पुत्र मीर हसन निवासी पॉवधोई को बाल्मिकी बस्ती ज्वालापुर से दबोचा लिया। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में मृतका सुनीता की नहर में धक्का देकर हत्या करने की बात कबूली।
बताया कि आरोपित नसीम ने 12 वर्ष पहले सुनीता देवी के घर पुताई का कार्य किया गया था, जिनके द्वारा 04 माह पूर्व पुनः उसे घर की पुताई का काम सौंपा गया। पुताई के दौरान नसीम ने उनके घर से चाँदी व सोने के अभूषण चोरी कर लिए थे जिसका पक्का शक सुनीता देवी को नसीम पर हो गया था। नसीम भी इस बात को समझ गया था। सुनीता देवी द्वारा घर में चोरी की शिकायत पुलिस में करने की बात की गई थी तभी से आरोपी नसीम द्वारा सुनीता देवी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई गई थी। नसीम ने प्लानिंग के तहत सुनीता देवी को पूरी तरीके से विश्वास में लेकर झाड़ फूंक वाले के माध्यम से चोर का पता लगाने की बात बताई। जिस कारण सुनीता देवी को नसीम पहले पथरी रोह पुल के पास मजार में ले गया पर भीड़ भाड़ ज्यादा होने के कारण अपने इरादों में नाकाम रहा।
आरोपी ने 08 मई की सुबह पुनः सुनीता देवी को बाल्मिकी चौक के पास बुलाकर ई रिक्शा के माध्यम से पथरी रोह पुल के पास ले गया, जहाँ सुनसान जगह में पूजा-पाठ का बहाना कर सुनीता देवी के कान के कुण्डल व अंगूठी उतरवा ली और गंगनहर में जल चढाने के बहाने धक्का दे दिया और चुपचाप घर चला आया।
पुलिस ने आरोपित की निशांदेही पर घर से चोरी किए गये जेवर एवं घटना वाले दिन सुनीता देवी से उतारे गये जेवर व अन्य सामान बरामद कर लिया है। पुलिस ने मुकद्में धारा 302 की बढ़ोतरी कर आरोपित का चालान कर दिया है।


