महंत नरेंद्र गिरि के बाघंबरी मठ स्थित कमरे का ताला खुलने के दौरान वहां से मिले सामान को जिसने देखा उसकी आंखे फटी रह गईं। पुलिस और सीबीआई की टीम भी सामान को देखकर दंग रह गई। नगदी, जेवरात के साथ जो भौतिक सुख-सुविधा का सामान मिला उसने फिर से संतई पर सवाल खड़े कर दिए की क्या एक संत को ऐसी भौतिक सुख-सुविधा की जरूरत होती है। इनमें दो कमरों से बड़ा बाथरूम और लाखों रुपये मूल्य की इलेक्ट्रॉनिक मसाज चेयर भी शामिल है।
सीबीआई की टीम ने बाघंबरी मठ में कोर्ट के आदेश पर महंत की मौत के बाद सील किए गए उनके शयनकक्ष को दो दिन पूर्व खोला। इस दौरान तीन करोड़ नकद, बेशकीमती जेवरात और प्रॉपर्टी के तमाम कागजात मिले थे। इसके अलावा यहां कुछ ऐसा भी था, जिसे देखकर सभी दंग थे। महंत के शयन कक्ष में भौतिक सुख से परिपूर्ण एक मसाज चेयर मिली। उसकी कीमत लगभग पांच लाख रुपये है। यह ऑटोमेटिक मशीन है, जो बिजली से चलती है। इसके अलावा जब टीम शयन कक्ष से सटे हुए बाथरूम दो सामान्य कमरों के आकार से भी ज्यादा बड़ो थे। इसका निर्माण लगभग 400 वर्ग फीट क्षेत्रफल में हुआ था। इसमें बाथ टब के साथ ही कई अन्य सुविधाएं थीं, जिसमें विदेशी शॉवर भी शामिल था। सूत्रों का कहना है कि महंत के कमरे से दो राइफलें भी बरामद हुई हैं। फिलहाल यह नहीं पता चल सका है कि यह किसके शस्त्र लाइसेंस पर ली गईं। गौरतलब है कि तलाशी के दौरान कुल 13 कारतूस मिले थे। राइफलें मिलने के बाद पुलिस की ओर से जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।
महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से मिली तीन करोड़ की नकदी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। फिलहाल अब तक यही बात सामने आई है कि उक्त रकम बड़े हनुमान मंदिर में आई चढ़ावे और दान की राशि की है। लेकिन इसे लेकर अन्य चर्चाएं भी हैं। जिसे महंत ने शहर के एक नामी डॉक्टर के साथ तय किया था। वहीं यह रकम हरिद्वार से लाई गई भी बतायी जा रही है।