बंद पड़ी फैक्ट्रियों को निशाना बना कर चोरी की घटना को अंजाम देते थे आरोपी
हरिद्वार। जनपद के भगवानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम डाडली भगवानपुर निवासी विवेक की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितो ंके पास से तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है। आरोपितों ने चोरी की घटनाओं में साथ न देने के कारण विवेक को मौत के घाट उतारा था। विवेक का शव सिरचन्दी ईदगाह से आगे जंगल में खाले पर बरामद हुआ था, जिसकी गर्दन पर गोली लगी हुई थी। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है। इस संबंध में विवेक के पिता सुखवीर सिह ने तीन आरोपितों प्रशांत उम्र 19 वर्ष पुत्र झबर सिंह निवासी ग्राम डाडली थाना भगवानपुर हरिद्वार, अक्षय उम्र 20 वर्ष पुत्र सौ सिंह निवासी ग्राम बढेडी बुजुर्ग थाना भगवानपुर जनपद हरिद्वार व अजय उर्फ काका 19 वर्ष पुत्र सीताराम निवासी ग्राम बढेडी बुजुर्ग थाना भगवानपुर जनपद हरिद्वार के खिलाफ तहरीर देकर नामजद मुकदमा दर्ज कराया था।
जानकारी के मुताबिक बुधवार को विवेक का शव सिरचन्दी ईदगाह से आगे जंगल में खाले पर बरामद हुआ था। प्रथम दृष्टया पुलिस ने इसे हत्या माना और उसी दिशा में काम किया। एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल के मुताबिक घटना के दिन से ही उक्त तीनों आरोपित घर से गायब थे। बताया कि मामले के खुलास के लिए टीमों का गठन किया गया। गठित पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए नामजद तीनों आरोपियों प्रशान्त कुमार, अजय उर्फ काका व अक्षय को थाना क्षेत्रांतर्गत डाडली चौक से आगे घटना में प्रयुक्त बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान हुआ बड़ा खुलासा
एसएसपी ने बताया कि 9वीं, 10वीं पास तीनों आरोपी आपस में दोस्त हैं, जो कंपनी में काम करते हैं। अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए इण्डस्ट्रीय एरिया में बन्द पड़ी फैक्ट्रियांे से सामान चोरी कर सामान को बेचकर रुपये आपस मे बांट लेते थे।
11 जून की रात्रि में भी तीनों ने और दिनों की तरह चोरी का प्लान बनाया तो प्रशान्त के साथ मृतक विवेक कुमार भी आ गया। जब चारों लोग माहडी चौक पहुंचे तो ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मी ने रात के अंधेरे में संदिग्ध हालत में घूम रहे चारों व्यक्तियों को रोका और पूछताछ कर एक फोटो भी खींच ली।
पुलिसकर्मी के ऐसा करने से मृतक विवेक के मन के अंदर डर बैठ गया। थोड़ी देर बाद चारों बडेडी बुजुर्ग वाले सुनसान रास्ते में जाकर चोरी का प्लान बना कर फैक्ट्री की ओर जाने लगे, जिस पर विवेक आनाकानी करने लगा और चोरी के लिए उसने मना कर दिया।
पुलिस के पकड़े जाने के डर से अक्षय व अजय ने विवेक के हाथ पकड़े और प्रशान्त ने अपने पास रखे तमंचे से विवेक के गर्दन पर गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसके शव को बाईक पर रखकर सिरचन्दी ईदगाह से आगे जंगल मे खाले में फेक दिया। पुलिस ने आरोपितों की निशनदेही पर सिकन्दरपुर गांव से बढेडी बुजुर्ग जाने वाले सीसी मार्ग के पास खेत से घटना में प्रयुक्त तमंचा, एक कारतूस बरामद किया। पुलिस ने तीनों का चालान कर दिया है।