हरिद्वार। 10वां अन्तराष्ट्रीय योग दिवस सिद्धपीठ श्री सूरत गिरि बंगला गिरिशानंद संन्यास आश्रम व स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन योसायटी अवधूत मण्डल आश्रम के संयुक्त तत्वावधान में उल्लास के साथ मनाया गया।

इस अवसर पर वेद विद्यालय के योग साधकों, आश्रम के संतों व सेवकों ने योगाभ्यास कर योग को बढ़ाने का संकल्प लिया। आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज की प्रेरणा से आयोजित योग समारोह का शुभारम्भ गंगा तट पर मां सरस्वती व गणेश जी की पूजा-अर्चना के साथ हुआ। अपने संदेश में महामण्डलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज ने कहा कि योग हमारी प्राचीन संस्कृति का उपहार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण आज योग का विश्व में डंका बजा है। भारतीय संस्कृति को अब पश्चिम के लोग तेजी के साथ अपना रहे हैं।
उन्होंने कहाकि योग जोड़ता है और योग ने पूरे विश्व को एक करने का कार्य किया है। उन्होंने कहाकि जिस प्रकार से आज हमारी जीवन शैली और खानपान में परिवर्तन आया है, उसको देखते हुए प्रतिदिन नियमित योगाभ्यास करना आवश्यक है। उन्होंने कहाकि हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के रूप में हमें स्वस्थ्य रहने का अनुपम उपहार दिया है। हम अपने ऋषियों-मुनियों के ऋण से उऋण नहीं हो सकते।
आश्रम के कोठारी स्वामी उमाकांतानंद गिरि महाराज ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान आश्रमस्थ विद्यार्थी, संत-महात्मा, स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन योसायटी के सदस्य व भक्ततन मौजूद रहे।