हरिद्वार। शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने संविधान के साथ आरक्षण के मुद्दे को भी जोर-शोर से उठाया है। उन्होंने कहा कि आज आरक्षण पर चर्चा करने की आवश्यकता है। यदि इस पर चर्चा नहीं की तो वह दिन दूर नहीं जब लोग मिट्टी में मिला दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एससी/एसटी का विरोध नहीं किया तो सब लोग खत्म हो जाएंगे। इसके लिए सबको एक होकर लड़ना होगा।
शांभवी धाम में वार्ता के दौरान स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि यदि भगत सिंह, चंद्रशेखर, राजगुरु और अन्य सेनानी नहीं लड़े होते तो आज आजादी के यह दिन हमें देखने को नहीं मिलते। यदि डॉक्टर बी आर राव नहीं होते तो संविधान नहीं मिला होता। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि सुषुप्ता अवस्था से जागकर एक होइए तभी आप अपने अस्तित्व को बचाए रख सकते हैं।
स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि एक व्यक्ति भगवान श्री राम का मंदिर भी बनावाता है और दूसरी ओर डॉक्टर अंबेडकर को भी दिल में रखता है, दोनों बात कैसे हो सकती हैं। राम और रावण एक ही दिल में एक साथ कैसे रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षण के खिलाफ अभियान उन सब लोगों का है, जो योग्य होते हुए भी कोई स्थान प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं।
इतना ही नहीं कुठित होकर आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। स्वामी आराम स्वरूप ने कहा कि नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका और अन्य देशों में क्या आरक्षण है, जब अन्य देशों में आरक्षण नहीं है तो भारत में क्यों। क्या वहां के लिए नहीं जी रहे हैं। उन्होंने आरक्षण के खिलाफ एक होकर लड़ाई लड़ने का सभी से आह्वान किया।