अब अखाड़े के विवादों का फैसला करेगी समिति!

हरिद्वार। उपनगरी कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में बीते रोज अखाड़े की आम वार्षिक बैठक हुई, जिसमें अखाड़े से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में अखाड़े के संतों से संबंधित विवादों का हल निकालने के लिए एक समिति का गठन किया।


अखाड़ा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में पंच परमेश्वर, श्रीमहंत व अखाड़े के विशिष्ट संतों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अखाड़े से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।


सूत्र बताते हैं कि बैठक श्रीमहंत महेश्वर दास महाराज ने बुलाई थी, किन्तु वे ही बैठक से नदारद रहे। श्रीमहंत रविन्द्र दास महाराज की अध्यक्षता में हुई बैठक में विगत वर्ष से चला आ रहा श्रीमहंत रघुमुनि व श्रीमहंत दुर्गादास महाराज के बीच उत्पन्न हुए विवाद पर भी चर्चा हुई। सूत्र बताते हैं कि चूंकि श्रीमहंत महेश्वर दास बैठक में उपस्थित नहीं हुए, इस कारण से इस पर निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति दिखाई दी।


सूत्र बताते हैं कि एक संत ने कहाकि जब बैठक में श्रीमहंतों के अतिरिक्त अखाड़े से संबंधित संतों को भी बुलाया गया है तो यह मामला अब अखाड़े का न होकर समाज का हो गया है। इस पर अब समाज को ही निर्णय लेना चाहिए। सूत्रों के मुताबिक इस प्रकार के विवाद का निपटारा करने के लिए 25 सदस्यों की एक समिति का गठन किया गया, जिसमें चारों पंगतों के पांच-पांच सदस्य व पांच अन्य सदस्यों का शामिल किया गया। बैठक में तय किया गया कि अखाड़े में उत्पन्न होने वाला विवाद न तो मीडिया के बीच लेकर जाया जाएगा और न ही न्यायालय के माध्यम से निपटारा होगा। ऐसे सभी प्रकार के विवाद समिति के माध्यम से निपटाए जाएंगे।


बता दें कि श्री महंत रघुमुनि व कोठारी दामोदर दास पर जमीन की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए उन्हें अखाड़े से निष्कासित करने का फरमान सुनाया गया था। अखाड़े की नियमावली के अनुसार अखाड़े में किसी पद पर रहते हुए किसी भी संत द्वारा किसी भी प्रकार के व्यापार व जमीन की खरीद-फरोख्त की मनायी है। इसी कारण से जमीन की खरीद-फरोख्त को मामला सामने आने पर उन पर कार्यवाही की गई थी।

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