हरिद्वार। निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने लीना मणिमेकलई द्वारा निर्देशित डॉक्यूमेंट्री में माता काली के अपमानजनक चित्रण पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि ऐसे फिल्म निर्माता एवं निर्देशक पर कड़ी कार्रवाई कर उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए।
प्रेस को जारी बयान में श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि सनातन धर्म को हजारों वर्षों से कुछ लोग तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन ऐसे लोग खुद ही मिट जाते हैं। सनातन धर्म अजर अमर अविनाशी है। सनातन धर्म को मानने वाले लोग शांतिप्रिय लोग है। उनकी आस्था से खिलवाड़ करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहाकि भारत में समय-समय पर कुछ लोगों द्वारा चर्चा में बने रहने के लिए हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया जाता है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आस्थावान लोगों के धैर्य की परीक्षा ना ली जाए। सनातन धर्म की रक्षा के लिए शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र उठाने की भी प्रेरणा मिलती है। इसलिए अब इस तरह की अमर्यादित टिप्पणीया बंद होनी चाहिए।
ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि धर्म पर कुठाराघात कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार को इस मामले में अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज करानी चाहिए और कनाडा सरकार से लीना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करनी चाहिए। साथ ही इस डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन विश्व के किसी भी देश में ना हो। इसको लेकर भी केंद्र सरकार को निर्देश जारी करने चाहिए। निंदा करने वालों में स्वामी कपिलमुनि, स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, स्वामी हरिचेतनानंद, स्वामी ललितानंद गिरी, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, महंत विष्णुदास, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, संत जरनैल सिंह, स्वामी राजेंद्रानंद, महंत दर्शन सिंह, महंत सहजदीप सिंह सहित कई संत महंतों ने देवी देवताओं पर टिप्पणी करने वालों की निंदा करते हुए केंद्र सरकार से इनकी गिरफ्तारी की मांग की।