अपहरण के आरोपित संत के मठ में चले लाठी डंडे, श्रद्धालुओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

हरिद्वार। सिद्धपीठ दक्षिण काली मंदिर में सहारनपुर के श्रद्धालुओं और पुजारियों के बीच जमकर लाठी डंडे चलने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है विवाद पार्किंग की पर्ची काटने को लेकर हुआ। पहले श्रद्धालुओं ने मारपीट की। इसके बाद गुस्साए पुजारी और कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। सूचना मिलते ही पुलिस ने मंदिर पहुंचकर स्थिति को संभाला। विवाद के बाद में श्रद्धालु पक्ष वापस लौट गए।

पुलिस के बताए अनुसार सिद्धपीठ दक्षिण काली मंदिर में रविवार को सहारनपुर के कुछ श्रद्धालु आए थे। मंदिर परिसर में गाड़ी ले जाने पर कर्मचारियों ने उनसे पर्ची कटवाने को कहा। इस को लेकर उनके बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि पर्ची काटने के विवाद के बीच श्रद्धालुओं ने कर्मचारियों को पीट दिया। शोर शराबा सुनकर मंदिर के पुजारी भी आ गए। उन्होंने श्रद्धालुओं को समझाने का प्रयास किया।

आरोप है कि श्रद्धालुओं ने उनके साथ भी अभद्रता करते हुए हाथापाई कर दी। इसके बाद गुस्साए पुजारी और कर्मचारीयों ने मिलकर श्रद्धालुओं को दौड़ा लिया। लाठी डंडे से उन्हें जमकर पीटा। सूचना पर चंडी घाट चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और विवाद शांत कराया। घटना के बाद श्रद्धालु पक्ष मौके से निकल गया।

मारपीट के अलग-अलग वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। थाना प्रभारी निरीक्षक श्यामपुर नितेश शर्मा ने दक्षिण पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से घटना के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी भी पक्ष की ओर से लिखित शिकायत नहीं आई है। तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। नाम न छापने की शर्त पर एक संत ने बताया कि दक्षिण काली पीठ के महामंडलेश्वर पर अपहरण का आरोप है। और वह 26 सालों से फरार घोषित हैं। अपनी ऊंची पहुंच और राजनेताओं से संबंध के कारण मठ के मंडलेश्वर पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में श्रद्धालुओं की पिटाई पर आरोपितों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई करेगी, इस पर संशय बना हुआ है। संत ने कहा कि पुलिस को निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए अपहरण के मामले में भी संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *