हरिद्वार। सिक्योरिटी गार्ड एजेंसी संचालक को साइबर ठगों ने शिकार बनाते हुए बैंक खाते में पड़ी रकम उड़ा ली। पीड़ित ने मामले की शिकायत साईबर सेल में की है।
रुड़की के सुभाष नगर निवासी जितेंद्र मलिक एक सिक्योरिटी गार्ड एजेंसी चलाते हैं। उन्हें मुजफ्फरनगर में एक चिकित्सक के यहां उपचार के लिए अपना पंजीकरण कराना था। तभी उनके किसी परिचित ने बताया कि वहां के लिए ऑनलाइन पंजीकरण हो जाता है और परिचित द्वारा एक लिंक उन्हें भेजा गया। लिंक पर जितेंद्र मलिक ने क्लिक किया तो वहां से पंजीकरण के लिए पांच रुपए टोकन मनी के रूप में मांगे गए।
दूसरी ओर से एक लिंक दिया गया जब मलिक ने उन्हें पैसे देने के लिए लिंक पर अपना यूपीआई कोड डाला तो पलक झपकते ही खाते में पड़े करीब अट्ठासी हजार रुपए साफ हो गए। इससे पहले कुछ समझ पाते तब तक तो उनके खाते का बैलेंस जीरो था। मलिक को ठगी का अहसास हुआ तो उनके द्वारा मामले की शिकायत साईबर सेल पर की गई। साइबर सेल के अधिकारियों की ओर से उन्हें कार्रवाई का आश्वासन मिला है।