उत्तराखंड एसटीएफ ने देहरादून, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और बागेश्वर जनपद में कई लोगों के साथ करोड़ों रूपये की धोखाधडी करने वाली गैंग की मुखिया को आज गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला मोनिका कपूर की गिरपतारी हेतु राज्य के चार जिलो में उस पर इकसठ हजार का ईनाम भी घोषित किया गया था। बागेश्वर, पौड़ी और रुद्रप्रयाग में भी वह वांछित थी।आरोपी के विरुद्ध एक दर्जन से ज्यादा धोखाधड़ी के चारों जिलों में अभियोग दर्ज हैं।
पिछले दो वर्षो से उत्तराखंड के सात जिलों की पुलिस के लिये वह सिरदर्द बनी थी, इतना ही नहीं गैंगस्टर में भी वह वांछित थी।
एसटीएफ के मुताबिक पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा राज्य में ईनामी व वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे ’’आप्ररेशन प्रहार’’ के अनुपालन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, आयुष अग्रवाल ने अभियान को गम्भीरता से लेते हुये, अपनी टीमो को उक्त सम्बन्ध में टास्क अवंटित किये है।
उन्होंने बताया कि इस महिला पर पहले से ही ग्यारह मुकदमे दर्ज है। इस गैंग के तीन सदस्यों को पहले ही पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है।दो सदस्य अभी भी फरार हैं। जिनके लिए एसटीएफ लगातार छापेमारी कर रही है जल्दी उन लोगों को पकड़कर भी सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार महिला मोनिका कपूर जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसाईटी लि0 नामक कम्पनी की निदेशक थी। जिसका मुख्यालय राठी बिल्डिंग प्लाट न0 231/18ए बीना एन्कलेव नागलोई दिल्ली था। जिसके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर उक्त कम्पनी बनाई। वर्ष 2015 से उत्तराखण्ड राज्य के अलग-अलग जनपदों के विभिन्न तहसीलो व उपखण्डो में स्थानीय शिक्षित व बेरोजगार नवयुवको को कम्पनी मे जोडने व उनसे निवेश करने हेतु प्रेरित किया। जिससे स्थानीय बेरोजगार नवयुवक कम्पनी से जुड गये ।
आरोपी के आश्वासन पर कम्पनी के खातो में उनके बचत खाते, आर0डी0, एफ0डी0 व दैनिक बचत खाते आदि खुलवाये गये। जिनके द्वारा कम्पनी के खातो में धनराशि जमा कराई गई। जिनसे समय-समय पर धनराशि आहरित की जाती थी। जब कम्पनी में व्यक्तियों ककी काफी धनराशि जमा हो गई और लोगों के आर0डी व बचत पत्र का समय पूर्ण होने लगा तो वर्ष 2021 के अन्त में कम्पनी फरार हो गई।
उन्होंने बताया इस महिला ने जनपद उत्तरकाशी में 16 करोड़, जनपद टिहरी- 1,25 करोड, जनपद देहरादून 13 करोड, जनपद चमोली 06 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी। पूर्व में कंपनी के कपिल देव राठी,पकॅज, गम्भीर,अनिल रावत गिरफ्तार हौ चुके हैं। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक उमेश कुमार, हेड कांस्टेबल कैलाश नयाल, विरेन्द्र नोटियाल, अनूप भाटी, चमन कुमार,हेड कांस्टेबल सन्देश, अर्जुन रावत ,कान्सटेबल अनिल कुमार शामिल थे।