हरिद्वार। उत्तराखंड भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व हरिद्वार विधायक मदन कौशिक को आज उच्चतम न्यायालय से बड़ी राहत मिली है। साल 2010 में हरिद्वार के पुस्तकालय घोटाले के मामले में दायर जनहित याचिका पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई हुई। उच्चतम न्यायालय ने सुनवाई के बाद याचिका को खारिज कर दिया।
बताते चलें कि देहरादून निवासी सच्चिदानंद डबराल ने पहले उत्तराखंड उच्च न्यायालय में जनहित याचिका लगाई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि साल 2010 में तत्कालीन विधायक मदन कौशिक ने अपनी विधायक निधि से हरिद्वार में करीब डेढ़ करोड़ की लागत से 16 पुस्तकालय बनाने के लिए राशि आवंटित की थी।
याचिका में आरोप है कि पुस्तकालय बनाने के लिए भूमि पूजन से लेकर उद्घाटन तक का सभी भुगतान भी कर दिया गया, लेकिन आज तक किसी भी पुस्तकालय का निर्माण नहीं किया गया। इससे पता चलता है कि विधायक निधि के नाम पर विधायक मदन कौशिक ने तत्कालीन जिला अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी समेत ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता के साथ मिलकर बड़ा घोटाला किया है।
ज्ञात हो कि बीते आठ अगस्त 2022 को उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने इस अपील को खारिज कर दिया था। उत्तराखंड उच्च न्यायालय से अपील खारिज होने के बाद सच्चिदानंद डबराल ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया था, लेकिन वहां से भी सच्चिदानंद डबराल की जनहित याचिका को खारिज कर दिया।