काशी। 48 वर्षों में एक बार होने वाला मां अन्नपूर्णा के अभिषेक की आज पूर्णाहुति अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज तथा श्रृगेरी के शंकराचार्य स्वामी विधुशेखर महाराज के सानिध्य में हुई।

विदित हो कि प्रत्येक 48 वर्षों बाद प्रयागराज कुंभ के पश्चात काशी स्थित मां अन्नपूर्णा का महाकुंभ अभिषेक किए जाने की परम्परा है। इस बार 48 वर्ष होने पर मां अन्नपूर्णा का महाकुंभ अभिषेक किया गया। नौ दिनों तक विभिन्न प्रकार की सामग्री और दक्षिण तथा उत्तर के 151 वैदिक विद्वानों द्वारा महाकुंभ अभिषेक सम्पन्न कराया गया। अभिषेक की पूर्णाहुति पर विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया तथा सभी संतों ने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन कर लोक कल्याण की कामना की।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने बताया कि मां अन्नपूर्णा का महाकुंभ अभिषेक 18 वर्षों में प्रयागराज कुंभ की समाप्ति पर किया जाता है, जिसकी आज पूर्णाहुति की गई। उन्होंने कहाकि अखाड़े व जमात के सतों तथा भक्तों ने इस विशेष अनुष्ठान की पूर्णाहुति में हिस्सा लेकर लोक कल्याण की कामना की। उन्होंने कहाकि मां अन्नपूर्णा जगत की पालनहार हैं। जिस पर मां अन्नपूर्णा की कृपा होती है वह सदैवसुख-समृद्धि को प्राप्त करता है।