पुलिस नहीं कर रही कोई कार्यवाही
हरिद्वार। मंगलौर कोतवाली क्षेत्र निवासी पीडि़त पति-पत्नि ने आरोप लगाते हुए कहाकि पहले तो दबंग युवक ने उसके नाबालिग बच्चे के साथ कुकर्म किया, जब उन्होंने इसका विरोध किया और पुलिस कार्रवाई करने की बात कही, तो उल्टे आरोपी अन्य दबंगों के साथ उसके घर पर आया और उनसे मारपीट करते हुए घर में आगजनी की, फायरिंग की, घर में तोड़फोड़ के साथ ही उनसे भी मारपीट की। लेकिन हैरत की बात यह है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद पुलिस ने आरोपियों को अभी तक न तो गिरफ्तार किया, न ही कोई कार्यवाही। जिस कारण से वे न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। पुलिस ने खानापूर्ति करने के लिए मुकदमा दर्ज कर अपनी इतिश्री कर दी।
आबकारी गोदाम के निकट स्थित एक रेस्टोरेंट में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पीडि़त चहन सिंह पुत्र धीर सिंह निवासी राज विहार ढंढेरा थाना कोतवाली सिविल लाइन ने दबंगों से जान का खतरा बताया। उन्होंने बताया कि पहले उनके नाबालिग बच्चे से दुष्कर्म किया, जब इस बात की जानकारी हुई, तो कार्रवाई न करने की धमकी देते हुए घर पर फायरिंग, तोड़फोड़, आगजनी ओर मारपीट तक की गयी। उनके साथ जब-जब घटना हुई, तब-तब उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम ओर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर तो पहुंची, किंतु कोई कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ आज तक नही हो पाई। उन्होंने कहाकि पीडि़त परिवार पिछले साढ़े तीन माह से पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिल पाया। आज पीडि़त परिवार ने मीडिया से इंसाफ की गुहार लगाई है।
पीडि़त चहन सिंह ने बताया कि उक्त घटनाओं की शिकायत उसने पुलिस डीजीपी के साथ ही सीएम पोर्टल पर भी की, लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। इसके बाद पीडि़त ने जब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया, लेकिन कार्रवाई आज तक जांच पर ही अटकी हुई है। बताया कि जब भी वह एसपी देहात या अन्य पुलिस अधिकारियों के पास जाते हैं तो जवाब मिलता की अभी जांच चल रही है। पीडि़त ने आरोप लगाया कि आज तक पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाई। यही नहीं तहरीर के अनुसार पीडि़त ने बताया कि पुलिस ने शेखर नाम के व्यक्ति को एक मामले में उठाया था, जिसने पीडि़त के घर पर फायरिंग करने की बात भी कबूली थी, लेकिन पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। पीडि़त परिवार ने यह भी बताया कि आरोपियों को मंगलौर के बड़े राजनीतिक नेताओं का संरक्षण है। यही कारण है कि पुलिस उन तक पहुंचने में कतरा रही है।