केदारनाथ में एक हेलिकॉप्टर नदी में जा गिरा। यह हेलीकॉप्टर मई माह में लैंडिंग के दौरान खराब हो गया था और इसकी रिपेयरिंग होनी थी। शनिवार सुबह एमआई-17 हेलिकॉप्टर से इस क्षतिग्रस्त हेलिकॉप्टर को लिफ्ट कर गौचर हवाई पट्टी पहुंचाया जा रहा था। इस दौरान एमआई-17 डिसबैलेंस होने लगा। खतरे को भांपते हुए पायलट ने खाली स्थान देखते हुए हेलीकॉप्टर को घाटी में ड्रॉप कर दिया। जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि इसी साल 24 मई को तकनीकी खराबी के कारण केदारनाथ हेलीपैड से कुछ दूरी पहले ही हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग कराई गई थी। पायलट की सूझबूझ से हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्रियों की सुरक्षित लैंडिंग हुई थी।
पर्यटन अधिकारी ने बताया कि शनिवार को हेलीकॉप्टर की रिपयेरिंग के लिए उसे गौचर हवाई पट्टी ले जाने की योजना थी, जिसके अनुसार सुबह सात बजे वायु सेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर से क्रिस्टल एविएशन के हेलीकॉप्टर को हैंग कर गौचर पहुंचाया जाना था। थोड़ा दूरी पर आते ही हेलीकॉप्टर के भार व हवा के प्रभाव से एमआई 17 का बैलेंस बिगड़ने लगा, जिसके चलते थारू कैंप के नजदीक पहुंचने पर एमआई 17 से हेलीकॉप्टर को ड्रॉप करना पड़ा।
हेलीकॉप्टर में कोई यात्री या समान नहीं था। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और राहत कार्य जारी है। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। टीम स्थिति का मुआयना कर रही है। लोगों से अपील की गई है कि हेलीकॉप्टर क्रैश में किसी के हताहत होने से संबंधित अफवाह न फैलाई जाए। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और राहत कार्य जारी है। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। एसडीआरएफ टीम द्वारा खोजबीन की जा रही है। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और राहत कार्य जारी है। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।