शाहीन बाग बनने से पहले वनभूलपुरा में बुलडोजर चलाए सरकार: स्वामी आनंदस्वरूप

हरिद्वार। हल्द्वानी के बनभूलपुरा रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाने पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। भीषण ठंड के बीच जहां लोग सड़क पर प्रदर्शन कर अपने आशियाना बचाने की गुहार लगा रहे हैं। पूरे मामले पर अब सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर सबकी नजर बनी हुई है। आज इस मामले में सुप्रीम फैसला आना है।


इस मामले में काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप का ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि जल्द से जल्द इस अवैध बस्ती के अतिक्रमण हटाया जाए। स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है कि इस तरह की बस्ती देवभूमि उत्तराखंड में किस तरह बस गई, यह बहुत बड़ा सवाल है। यह तो सिर्फ एक बस्ती है जो हल्द्वानी में है, बल्कि कई शहरों में ऐसी और बस्तियां भी हैं। आज हल्द्वानी में 4500 घरों में से लगभग 3500 घर रोहिंग्या मुसलमानों के हैं। उसके बावजूद भी सरकार अभी भी बुलडोजर चलाने में डर रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देवभूमि उत्तराखंड में हिंदुत्व का भविष्य कितने खतरे में है।

स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि अब आलम यह है कि पूरे देश से हल्द्वानी के लिए मुसलमान जुटने शुरू हो गए हैं। सरकार को चाहिए यदि उत्तराखंड में संभव नहीं है तो उत्तर प्रदेश की सहायता लेकर बुलडोजर चलाकर और भू माफियाओं पर मुकदमा दर्ज कर इन्हें जेल में डालना चाहिए। वहीं ओवैसी पर बोलते हुए स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि जहां भी इस तरह के मामले आते हैं, वहां पर ओवैसी खड़े हो जाते हैं और उल जलूल बयान देने लगते हैं। लेकिन उत्तराखंड में शाहीन बाग जैसी स्थिति नहीं बनने दी जाएगी।

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