सीआईएसएफ का जवान बन लोगों से ठगी करने वाले इनामी ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। आरोपी ने पौड़ी के पैठाणी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति से सीआईएसएफ का जवान बन कर सोशल मीडिया पर फर्नीचर बेचने के नाम पर 4 लाख 31 हजार रुपए की ठगी की थी। ये मामला बीती 22 दिसंबर का है।
एसएसपी श्वेता चौबे ने बताया कि लीलावती देवी पत्नी हरिवंश सिंह नेगी ने थाना पैठाणी में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया कि उसके पति ने 22 सितंबर को फेसबुक पर एक फर्नीचर बेचने का विज्ञापन देखा। जिस पर ठग का मोबाइल नंबर भी अंकित था। उन्हें फर्नीचर की आवश्यकता थी, जिस कारण उनके पति ने अपने मोबाइल से उक्त नंबर पर संपर्क किया तो उसने अपना नाम सुमित कुमार बताया और कहा कि वो ब्प्ैथ् दिल्ली में नौकरी करता है। ट्रांसफर अंडमान निकोबार होने के चलते और अपना फर्नीचर, टीवी, एसी बेचना चाहता है। जिसकी कीमत ठग ने 50 हजार बताई। इस पर उसके पति ने सामान लेने की इच्छा जताते हुए ठग के बताए अनुसार उसके अलग-अलग खातों में रकम जमा की, लेकिन ठग ने पैसे नहीं मिलने का बहाना बनाकर अपना अलग-अलग खाता उन्हें दिया। अब तक हरिवंश सिंह नेगी की ओर से ठग के खाते में 4,31,237 की धनराशि जमा की जा चुकी थी। कॉल करने पर ठग ने फोन ही नहीं उठाया और न ही फर्नीचर भेजा। इस पर वे लोग समझ गए कि ठग ने अपना फर्जी नाम बताकर उनसे धोखाधड़ी कर ली है, जिसकी शिकायत उन्होंने पैठाणी थाने दी।
एसएसपी चौबे ने ठग पर 5 हजार का इनाम घोषित किया। साथ ही मामले की जांच एएसपी शेखर चंद्र सुयाल और सीओ सदर प्रेमलाल टम्टा को सौंपी गई। बताया कि आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। पुलिस के अनुसार आरोपी बेहद शातिर किस्म का अपराधी है, जो सोशल मीडिया पर नाम बदलकर आम लोगों से धोखाधड़ी करता है। टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से सूचना संकलन के आधार पर हरियाणा निवासी आरोपी परवेज उम्र 22 वर्ष पुत्र महमूद, निवासी ग्राम उदाका, थाना रोजकामेव, जिला नूंह को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। आरोपी परवेज ने पूछताछ में बताया कि फेसबुक पर अलग-अलग नामों से फर्जी आईडी बनाकर लोगों से पैसों की धोखाधड़ी करते थे। इस घटना में उसका साथ चाचा का लड़का अमजद खान और अमजद का साला नाजिम भी शामिल था। उसने सीआईएसएफ जवान सुमित कुमार के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई। जिसमें उसने फर्नीचर का विज्ञापन डाला और धोखाधड़ी को अंजाम दिया। आरोपी ने ये भी बताया कि इस प्रकार की धोखाधड़ी करना उनका पेशा है, जो अभी तक कई लोगों के साथ कर चुके हैं।