हरिद्वार। भारतीय राजनीति में एक नया अध्याय शुरू करते हुए, जन अधिकार पार्टी (जनशक्ति) के गठन की घोषणा आज हरिद्वार में की गई। यह नई राजनीतिक पार्टी जनता के अधिकारों की रक्षा और सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी ने आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में मजबूती से भाग लेने का संकल्प लिया है, ताकि राज्य के लोगों की आवाज को बुलंद किया जा सके और उनके हितों के लिए एक नई दिशा प्रदान की जा सके।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजाद अली ने कहाकि जन अधिकार पार्टी (जनशक्ति) का गठन आम जनता के हक और सम्मान के लिए किया गया है। हमारा लक्ष्य उत्तराखंड में विकास, समानता और पारदर्शी शासन की स्थापना करना है। यह पार्टी हर वर्ग के लोगों के लिए एक मंच होगी, जो उनकी समस्याओं को समझेगी और उनके समाधान के लिए कार्य करेगी।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिषेक बहुगुणा ने उत्तराखंड की जनता को संबोधित करते हुए कहाकि हमारी पार्टी राज्य के युवाओं, किसानों, महिलाओं और मजदूरों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। हमारा विजन है कि उत्तराखंड न केवल प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाए, बल्कि विकास और समृद्धि के मामले में भी देश का अग्रणी राज्य बने।
राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती हेमा भंडारी ने पार्टी की नीतियों पर प्रकाश डालते हुए कहाकि जन अधिकार पार्टी (जनशक्ति) शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पर्यावरण संरक्षण को अपनी प्राथमिकता बनाएगी। हमारा प्रयास होगा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को संजोते हुए आधुनिक विकास के रास्ते खोले जाएं।
जन अधिकार पार्टी (जनशक्ति) ने अपने गठन के साथ ही उत्तराखंड के लोगों से अपील की है कि वे इस नए आंदोलन का हिस्सा बनें और आगामी चुनावों में पार्टी को अपना समर्थन दें। पार्टी जल्द ही अपनी विस्तृत नीतियां और घोषणा-पत्र जनता के समक्ष प्रस्तुत करेगी।
पार्टी का दावा है कि यह नई शुरुआत उत्तराखंड की राजनीति में बदलाव की बयार लाएगी और जनता के विश्वास को मजबूत करेगी। जन अधिकार पार्टी (जनशक्ति) का गठन भारतीय लोकतंत्र को सशक्त करने और जन-जन तक न्याय पहुंचाने के संकल्प के साथ किया गया है।