हरिद्वार। श्री हनुमान जयंती पर हरिद्वार के डाडा जलालपुर गांव व दिल्ली के जहांगीरपुर में निकाली गयी शोभायात्रा में हुए बवाल का मामले में अभी तक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर हरिद्वार के संत समाज में भारी आक्रोश है। अब संतों की काली सेना और धर्म संसद के आयोजकों ने भगवानपुर के डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत करने का फैसला लिया है।
हरिद्वार के भगवानपुर में हनुमान जयंती के अवसर पर हुए बवाल के बाद हिंदू संगठन और संतों की ओर से आरोपियों को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन शोभायात्रा पर पथराव मामले का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बताया जा रहा है कि आरोपी मस्जिद का मुख्य इमाम है। ऐसे में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर संत समाज में नाराजगी है। जिसके चलते हरिद्वार में धर्म संसद के आयोजकों और काली सेना ने 27 अप्रैल को भगवानपुर के गांव डाडा जलालपुर में महापंचायत करने की घोषणा की है। शांभवी धाम के पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि उनकी ओर से पुलिस को लगातार कहा जा रहा था कि भोपाल के मुख्य आरोपी इमाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए, लेकिन मुख्य आरोपी इमाम अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। अगर 7 दिनों के भीतर इमाम की गिरफ्तारी नहीं होती है तो काली सेना और धर्म संसद की ओर से भगवानपुर के गांव में महापंचायत की जाएगी। अगर महापंचायत में किसी तरह का बवाल होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
वहीं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद ने कहा कि धर्मगुरुओं ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए बीजेपी समर्थित केंद्र सरकार को अपना समर्थन दिया था, लेकिन केंद्र सरकार भी हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय पर चुप्पी साधे है। इसलिए काली सेना की ओर से भगवानपुर के गांव डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत करने का फैसला लिया गया है। हनुमान जंयती पर हिंसा मामले में अभी तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

संत डाडा जलालपुर 27 अप्रैल को में करेंगे महापंचायत, आरोपी इमाम की गिरफ्तारी की मांग


