कांग्रेस नेताओं ने दिया ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय पर धरना
हरिद्वार। युवक के तालाब में डूबने से मौत के मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना दिया। उन्होंने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की। इसके साथ ही रविवार को एसएसपी कार्यालय पर धरना देने की बात कही।
उललेखनीय है कि रुड़की ब्लॉक के माधोपुर गांव स्थित तलाब में डूबने के कारण सोहलपुर निवासी वसीम उर्फ मोनू की 25 अगस्त को मौत हो गई थी। परिजनों ने वसीम की मौत का पुलिस कर्मियों पर तलाब में डुबाकर मारने का आरोप लगाया था। जबकिं पुलिस के अनुसार वह गौमांस की तस्करी कर रहा था और चेकिंग के दौरान रोकने पर गिरफ्तारी से बचने के लिए मोनू तालाब में कूद गया और डूबने से उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तहसील स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे और घटना की सीबीआई जांच की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मामले में दोषी पुलिस कर्मियों पर कारवाई की जाए और सीबीआई जांच की जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लगातार इस प्रकार के निर्दोष लोगों को टारगेट कर रही है। पुलिस का दुरुपयोग कर अनैतिक कार्य करवा रही है। हरीश रावत ने कहा कि वह इस लड़ाई को रुड़की से देहरादून और दिल्ली तक भी लड़ेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने कहा कि एक युवक को पुलिस ने सरेआम मार दिया जाता है और भाजपा के नेता इस पर अनर्गल बयानबाजी करते हैं, लेकिन आज तक न भाजपा संगठन और मुख्यमंत्री ने इस मामले में कोई कारवाई की है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अंजाम तक लड़ी जाएगी। इसके साथ ही रविवार को एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना देने की बात कही।
इस अवसर पर झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाति, कलियर विधायक फुरकान अहमद, मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन, हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत, लोकसभा प्रत्याशी रहे वीरेंद्र रावत, ओबीसी प्रदेश अध्यक्ष डा. गौरव चौधरी, महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, इंटक जिलाध्यक्ष उदय सिंह पुंडीर, राव आफाक अली, जितेंद्र पंवार, परवेज अहमद, प्रदेश महासचिव सचिन गुप्ता, सेठपाल परमार, नसीम आदि मौजूद रहे।