लपेटे में सिंचाई विभाग कर्मचारियों की भी प्रबंल संभावना
हरिद्वार। तीर्थनगरी में ब्लैकमेलर, भिखारी और दलाल किस्म के पत्रकारों के लिए शीघ्र ही कयामत का दिन आने वाला है। इसके साथ ही ब्लैकमेलर पत्रकारों के पार्टनर सिंचाई विभाग के अधिकारियों की भी लंका लगने की पूरी संभावना है। यह कार्य अगले सप्ताह होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि तीर्थनगरी में ब्लैकमेलर पत्रकारों के आतंक से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। खनन व्यवसायी, निर्माणकर्ता, अधिकांश संत समाज इनकी कारगुजारियों से आजीज आ चुका है।
आलम यह की सज संवरकर ये लोग सुबह घर से निकलते ही अपना टारगेट बना लेते हैं। बड़ी बात यह की जिसको लूटना होता है उसे ये ब्लैकमेलर साइड का नाम देते हैं। जैसे की ये किसी बड़ी कंस्ट्रेक्शन कंपनी के मालिक हों। जिस घर में आगे रेत-बजरी पड़ी देखी वहीं इनका कैमरा एक्शन मोड़ में आ जाता है। इसी के साथ शुरू होता है इनका ब्लैकमेल करने का सिलसिला।
अब इस काम पर शीघ्र ही विराम लगने की पूरी संभावना है। उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले सप्ताह इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो और इनकी गिरफ्तारी हो जाए। वहीं सिंचाई विभाग के दलाल कर्मचारियों के खिलाफ भी मानहानि और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज होने की उम्मीद है। पीडि़त के विचार-विमर्श के बाद अधिवक्ता ने इन ब्लैकमेलरों के जेल जाने के लिए सबूतों को पर्याप्त बताया है। अब देखना दिलचस्प होगा की इन ब्लैकमेलरों के लिए कौन सा दिन कयामत का दिन साबित होता है।
वैस अप्रत्यक्ष रूप से ब्लैकमेलर पत्रकार धमकी देने पर भी उतारू हो चुके हैं। वहीं एक बड़े संत से इन्होंने शिकायत करने की धमकी भी दी है। इसके साथ ही ब्लैकमेलर नोटिस देने और मुकदमा दर्ज कराने की बात भी अप्रत्यक्ष रूप से कह रहे है।