हरिद्वार। तीर्थनगरी में बाबाओं की भरमार है। यहां बाबाओं के कारनामें भी अजब-गजब हैं। कुछ कथित बाबा कभी धन के लिए चेलों को फंसाते हैं, तो कुछ दान में मिले सामान को बेचकर अपनी मौज करते हैं। ऐसा ही दान में मिले सामान को बेचने का मामला कनखल नगरी से प्रकाश में आया है, जहां दान में मिले लाखों रुपये के पत्थर को बाबा ने बेच डाला।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक व्यक्ति ने होटल निर्माण के लिए मारबल मंगाया था। कार्य पूरा होने के बाद व्यक्ति ने शेष बचे करीब दो ट्रेक्टर ट्राली पत्थर को संन्यास मार्ग के समीप आश्रम में दान दे दिया।
सूत्रों के मुताबिक आश्रम के लिए दान में मिला पत्थर काफी समय तक आश्रम के बाहर पड़ा रहा। अब बाबा ने उस दान में मिले पत्थर को रूड़की के किसी व्यक्ति को बेच दिया।
नाम न छापने की शर्त पर एक संत ने कहा कि दान में मिले पत्थर को बेचकर बाबा ने दान देने वाले व्यक्ति की भावनाओं पर कुठाराघात करने के साथ धर्म के विरूद्ध आचरण किया है। कहाकि ऐसे व्यक्ति को दान नहीं देना चाहिए। जो दान के सामान को अपने ऐश के लिए भी बेच दे। बताया कि दो दिन पूर्व दो ट्रेक्टर ट्राली पत्थर भरकर रूड़की भेजा गया।
दान देने वाले व्यक्ति ने यह सोचकर पत्थर दान दिया की आश्रम के उद्धार में उसका भी सहयोग होगा, किन्तु मौज आ गई बाबा की।