हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार जमीन खरीद घोटाले मामले में जांच अधिकारी सीनियर आईएएस रणवीर सिंह चौहान ने चार अफसरों को निलंबित कर दिया है। इनमें सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल, अधिशासी अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण , कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट और जेई दिनेश चंद्र कांडपाल शामिल हैं। इस करवाई के बाद निगम में हड़कंप मच गया है। ये चारों जमीन खरीद मामले के लिए बनाए गई समीति में थे।
विदित हो कि जो भूमि का खरीदी है है उसका लैंड यूज कृषि था। तब उसका सर्किल रेट छह हजार रुपये के आस पास था। ऐसे में खरीदी गई जमीन की कीमत 15 करोड़ के आसपास बैठती है। परन्तु लैंड यूज चेंज कर खेले गए खेल के बाद भूमि की कीमत 54 करोड़ के आस पास हो गई।
नगर निगम हरिद्वार ने नवंबर 2024 में सराय कूड़ा निस्तारण केंद्र से सटी 33 बीघा भूमि का क्रय किया था। ये भूमि 54 करोड़ रुपए में खरीदी थी, जबकि छह करोड़ रुपए स्टाप ड्यूटी के तौर पर सरकारी खजाने में जमा हुए थे।
जमीन खरीद मामले में मेयर किरण जैसल ने सवाल खड़े किए थे। जिसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले की जांच सीनियर आईएएस अफसर रणवीर सिंह को सौंपी थी। अब इस मामले में जमीन को बेचने वाले किसान के खातों को फ्रीज करने के आदेश कर दिए गए हैं।