प्रयागराज। महाकुंभ के प्रथम स्नान पर्व से पहले आगरा की तेरह वर्ष की नाबालिग को साध्वी बनाकर दान के रूप में प्राप्त करने वाले जूना अखाड़े के महंत कौशल गिरि को सात साल के लिए अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है।
शुक्रवार को रमता पंच की मौजूदगी में अखाड़े के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। अखाड़े के प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने बताया कि श्री पंच दशनाम् जूना अखाड़े के महंत कौशल गिरी महाराज ने कुछ दिन पूर्व आगरा निवासी एक नाबालिक लड़की को साध्वी बना दिया था जिसकी खबर जूना अखाड़े के संतों को लगी। तत्पर कार्रवाई करते हुए रमता पंचों सहित 52 मणि के संतो की बैठक आहुत की गई।
बैठक में प्रस्ताव पारित कर महंत कौशल गिरी महाराज को सात वर्ष के लिए अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है। इसी के साथ साध्वी बनाई गई बालिका को घर भेजा दिया गया है। उन्होंने बताया कि जूना अखाड़े में नाबालिक को साध्वी बनाने का कोई नियम नहीं है बालिग होने पर ही किसी महिला को साध्वी के रूप में अखाड़ा स्वीकार कर सकता है।