हरिद्वार। कांग्रेस पार्टी में उचित सम्मान न मिलने से दुःखी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व चुनाव संचालन समिति के सदस्य किशोर उपाध्याय की पीड़ा आज पत्रकारों के सामने छलक गयी। उन्होंने पार्टी फोरम में अपनी क्षमता के अनुसार न्याय ना मिलने का पार्टी पर आरोप लगाया।
हरिद्वार दौरे पर आए किशोर उपाध्याय ने एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहाकि कांग्रेस में उनके साथ न्याय नहीं हुआ है। उत्तराखंड में कांग्रेस को स्थापित करने में अगर हरीश रावत का बड़ा योगदान है तो उनका भी कुछ प्रतिशत योगदान अवश्य है। लेकिन आज तक पार्टी में उनकी योग्यता के अनुसार उनके साथ न्याय नहीं हुआ। राज्य स्थापित होने के बाद से आज तक पार्टी में लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि अमेठी में जब वह राजीव गांधी के चुनाव इंचार्ज थे तब वो भारी मतों से जीते थे, उसके बाद राजीव गांधी ने उन्हें वहीं से चुनाव लड़ने का आग्रह भी किया। उन्होंने उनके आग्रह का आदर करते हुए पहाड़ क्षेत्र का विकास करना उचित समझा। लेकिन कांग्रेस ने उत्तराखंड में उनके साथ न्याय नहीं किया। 2002 में कांग्रेस सरकार में उन्हें मंत्री होना चाहिए था, वह लाभ उन्हें नहीं मिला। यहां तक कि राज्यसभा जाने तक में भी उनके साथ भेदभाव किया गया। किशोर उपाध्याय ने कहा कि लेकिन आज वो जो भी है वह कांग्रेस की ही देन है। वो कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं और उत्तराखंड में कांग्रेस को मजबूत करने का काम करेंगे। उन्होंने पुरोला से विधायक राजकुमार के भाजपा में जाने के सवाल पर कहा कि इस बारे में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष ही बेहतर बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच नहीं रही कि वह किसी दूसरी पार्टी में तोड़फोड़ करें। लेकिन लेकिन भाजपा ने इस काम में मास्टर डिग्री हासिल कर ली है। उन्होंने कहांकि वह जनाअधिकार, वन अधिकार आंदोलन को चला रहे हैं और उत्तराखंड की जनता के हक हकूक के लिए लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों को उत्तराखंड की जनता को हितों को ध्यान में रखते हुए घोषणा पत्र तैयार करना चाहिए। जिसमें बिजली पानी और अन्य अधिकारों को मुफ्त दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह पार्टी में इस बात को प्रमुखता से रखेंगे कि उत्तराखंड की जनता को बिजली पानी मुफ्त दिया जाए।


पार्टी में सम्मान न मिलने पर छलका किशोर का दर्द


