डिलीवरी के बाद नई जवानी देने वाला जीरा

हर स्त्री या फिर एक महिला का सपना होता है कि उसके घर में एक नन्हा-मुन्ना बाल गोपाल होना चाहिए और डिलीवरी के बाद जब यह सपना पूरा होता है तो सपना पूरे होते ही चार या पांच तरह की समस्याएं भी आ जाती हैं। अब वह बाल गोपाल तो घर में आ गया पर उसके साथ कुछ जिम्मेदारियां भी आ जाती हैं। जैसे की डिलीवरी होते ही सबसे पहला जिस बच्चे का जन्म हुआ है। उस बच्चे को दूध पिलाना। उसके लिए उत्तम क्वालिटी का दूध मां के शरीर में बनना चाहिए।

डिलीवरी के बाद नई जवानी देने वाला जीरा
जीरा तमाम स्वास्थ्यवर्द्धक गुणों से भरपूर होता है। तड़का लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला जीरा वजन घटाने, एनीमिया, याद्दाश्त को दुरूस्त रखने में, पाचन आदि समस्याओं से निजात दिलाने में काफी मददगार होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जीरे में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनसे दिल संबंधी कई बीमारियों की संभावना काफी कम हो जाती है। साथ ही साथ डिलीवरी के बाद अगर जीरे का पानी पिया जाए तो कई तरह की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। तो आइए, जानते हैं कि जीरे के पानी की वजह से गर्भावस्था के बाद होने वाली किन-किन दिक्कतों को कम किया जा सकता है।

दूध न बनना
डिलीवरी के बाद अक्सर मांओं में दूध न बनने की समस्या सामने आती है और स्तनपान बच्चे की सेहत के लिए बेहद आवश्यक आहार होता है। ऐसे में जीरे के पानी का नियमित सेवन करने से इस समस्या से निजात मिल सकती है। ऐसा कहा जाता है कि जीरे के पानी का सेवन करने से दूध बनने लगता है।

डिलीवरी के बाद जीरा खाने के फायदे
दूसरी एक जिम्मेदारी आपके शरीर में आ जाती है कि डिलीवरी के बाद जो भी गर्भाशय में चेंज हुए हैं उस चेंजइस को फिर से शरीर को मरम्मत करनी है। तीसरी जो चीज करनी रहती है वो है शरीर का जो शेप ऑफ यू बिगड़ गया है उसे सुधरना अर्थात जो चर्बी बढ़ गई है तोद निकल आई है उन सब को कम करना और साथ ही डिलीवरी के दौरान जिस एरिया में टांके लग जाते हैं। जो कट किया जाता है उस घाव को जल्दी से जल्दी भरना और डिलीवरी के बाद जो शरीर में कमजोरी आ गई है उस कमजोरी को ठीक करके फिर से एक नॉर्मल लाइफ में आना यह सारे काम भी आपके शरीर को करने पड़ते हैं।

जीरा खाने से मां के दूध की मात्रा बढ़ती है
तो क्या कोई ऐसी चीज हो सकती है जो कि आपके शरीर में दूध की मात्रा को बढ़ाएं। जिससे कि बच्चे का उत्तम पोषण हो सके। गर्भाशय की मरम्मत करें आपके शरीर का जो शेप और साइज बिगड़ा है उसे सुधारने में मदद करें। साथ ही साथ आपके शरीर को ताकत भी दें। जिससे कि आप जल्दी से फिर से नॉर्मल लाइफ में आ सके।

डिलीवरी के बाद नहीं जवानी देने वाला जीरा
तो इन सारी की सारी क्राइटेरिया को पूरा करने वाली एक चीज आपके घर में रखी है। वैसे तो आयुर्वेद में बहुत सारी चीजें बोली है पर यह चीज आपके जो घर में है वह आपके लिए विशेष है। उसका नाम है जीरा। जी हां जीरा। आयुर्वेद में कहा गया है कि डिलीवरी के बाद किसी भी मां को सबसे ज्यादा वायु या फिर हवा से बच के रहना चाहिए।

इसलिए आपने देखा होगा कि पहले के जमाने में डिलीवरी या प्रसव के बाद महिलाओं के कान ढक के रखे जाते थे या उनको हवा से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाती थी। उन्हें बाहर कम से कम जाने दिया जाता था ताकि उनके शरीर में हवा ना लगे ओर वो बीमार न हो। तो जीरे के अगर हम गुणों की बात करें। तो जीरा वात और कफ का नाशक है और पित्त वर्धक है। अर्थात हवा के कारण जो बीमारियां होती हैं। जीरा उसे आपके शरीर को बचाने का काम करता है। तो डिलीवरी के बाद जीरे का सेवन करना एक उत्तम आहार है

जीरा दुग्धवर्धक है
साथ ही साथ जीरा शरीर में दूध वर्धक कार्य करता है अर्थात दूध को बढ़ाने का काम करता है। डिलीवरी के बाद सबसे बड़ी समस्या यही होती है कि दूध का ठीक से ना बनना या ब्रेस्टफीडिंग ना करा पाना। उसके कारण बच्चों को बाहर का दूध देना पड़ता है तो डिलीवरी के बाद अगर किसी भी मां को गुड और जीरे की छोटी-छोटी गोलियां बना कर दी जाए तो यह दूध बढ़ाने के लिए एक उत्तम टॉनिक है जिससे कि शरीर में दूध की मात्रा अच्छे से बढ़ती है और बच्चे को पोषण भी अच्छे से मिलता है। तो एक प्रॉब्लम का सलूशन हो गया कि हवा से बच के रहना है और बच्चे को दूध पिलाने के लिए कोई टॉनिक चाहिए। तो आप गुड और जीरे की गोलियां बनाकर खाइए। यह आपके शरीर में दूध की मात्रा बढ़ा देगा जिससे कि बच्चे का पोषण अच्छे से हो होगा।

जीरा गर्भाशय की मरम्मत करता है
गर्भाशय की मरम्मत करना। अब हम सभी जानते हैं जैसे कि गर्भाशय में बहुत सारे चेंजस होते हैं और डिलीवरी के बाद उस गर्भाशय में यह जितने सारे परिवर्तन हुए हैं उस परिवर्तन को फिर से नॉर्मल करके शरीर को पहले जैसा करना बहुत जरूरी हो जाता है। वरना गर्भाशय से जुड़ी हुई बहुत सारी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।

तो क्या कोई ऐसी दवा है जो गर्भाशय को साफ करने का काम करें। जी हां जीरा आपके गर्भाशय को शुद्ध करने का काम करता है। तो कहते हैं आपकी डिलीवरी के बाद जो गर्भाशय की मरम्मत करनी है उसमें जीरा बहुत ही मददगार साबित हो सकता है। खासकर के डिलीवरी के बाद कई सारी महिलाओं को दर्द जैसी समस्याएं होती हैं या बहुत ज्यादा गैस बनने की समस्या होती है।

डिलीवरी के बाद मां की लगभग सभी समस्याओं का समाधान है जीरा
सभी समस्याओं में जीरा एक उत्तम टॉनिक है। साथ ही कुछ महिलाओं को सफेद पानी की समस्या शुरू हो जाती है। उसमें अगर जीरे का सेवन किया जाए तो गर्भाशय को बल देने का काम करता है। जो सूजन आई है सूजन को कम करता है और गर्भाशय की सफाई करके उसे नया बनाने में भी मददगार साबित होता है। डिलीवरी के बाद जो शरीर का साइज बिगड़ गया है। मोटापा आ गया है। शेप एंड साइज बिगड़ गया है। उसे नार्मल करने के लिए हमें कोई ऐसी चीज चाहिए जो कि वायु और कफ को दूर करें और साथ ही शरीर में टॉनिक का भी काम करें।

डिलीवरी के बाद बुखार आने की समस्या को दूर पड़ता है जीरा
एक और चीज होनी चाहिए कि डिलीवरी के बाद जो भी रोग होते हैं जैसे की बुखार आने की समस्या बहुत बार आती हो। उन सभी समस्याओं को ठीक करने का काम यह कर सके। जीरा उसके लिए एक उत्तम चीज है।

मोटापे को कम करने में महत्वपूर्ण है जीरा
अगर आप जीरे को दूध में मिलाकर या गुड़ के साथ लेते हैं तो यह आपका वेट लॉस करने में मदद करेगा और साथ ही साथ जो एक्स्ट्रा शरीर में फैट बढ़ गया उस फैट को कम करेगा जो डिलीवरी के समय गर्भाशय के पास जो टांके लिए जाते हैं जो कट किया जाता है। उसका को भी भरने में यह मददगार साबित होता है। अगर आपको वहां पर बहुत ज्यादा दर्द या सूजन हो गई है। उस जगह पर जीरे का लेप भी कर सकते है। तो कई महिलाओं को डिलीवरी के बाद मार्क्स आ जाते हैं। पेट में लाइने आ जाती है। पेट पर उन लाइनों पर भी आप जीरा पीसकर लगाते हैं। जो एक्स्ट्रा मार्क्स आए हैं उसे हटाने में मददगार साबित होता है।

डिलीवरी के बाद बढ़े हुए पेट या वजन कम करने के लिए उत्तम है जीरा
डिलीवरी के बाद अगर आपका शेप एंड साइज बिगड़ा है तो आपको जीरे का सेवन जरूर करना चाहिए। लास्ट में शरीर को फिर से नया बनाना है या शरीर की फिर से मरम्मत करता है। आयुर्वेद में डिलीवरी के बाद जितने भी दिन नियमों का पालन करना कहा गया है उसे आयुर्वेद में सूतिका परिचर्या कहा जाता है और उसको सूतिका परिचर्या में जीरे के प्रयोग के लिए आयुर्वेद में कई जगह पर वर्णन मिलता है।

डिलीवरी के बाद फिर से वैवाहिक जीवन में आनंद भरता है जीरे का सेवन
डीलिवरी के बाद फिर से वैवाहिक जीवन जीना और काम शक्ति को बढ़ाने के लिए जीरा एक वरदान के रूप में आयुर्वेद में माना जाता है। इसलिए जीरे के कई सारे कॉन्बिनेशन आयुर्वेद में आपको मिल जाएंगे। जैसे जिरिकरिष्ट, जिरिकगुड, जिरिकमोदक आयुर्वेद में डिलीवरी के बाद महिलाओं को दिए जाते हैं। जिससे डिलीवरी के बाद महिलाओं को वायु रोग ना हो उनकी गर्भ के अच्छे से शुद्ध हो जाए।

20 प्रकार के योनि के जो रोग होते हैं उस तरह के रोग ना हो। सर्दी, खांसी, बुखार, शरीर बहुत कमजोर हो जाना, खून ना बनना, शरीर से दुर्गंध आना, यूरिन ठीक से ना आना या डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट से जुड़े हुए कई सारे रोग होते हैं। उन सारे के सारे तकलीफ को खत्म करने का काम करता है जीरा।

डिलीवरी के बाद जीरे से बनने वाली आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन जरूर करें

डिलीवरी के बाद जीरे से बनने वाली आयुर्वेदिक औषधि का उपयोग आपको जरूर करना चाहिए। घर पर जीरे का प्रयोग करना है तो आप 1 से 3 ग्राम की मात्रा में जीरे का प्रयोग कर सकते हैं। इससे आप दूध के साथ भी ले सकते हैं या गुड में इसकी गोली बनाकर भी आप खा सकते हैं। खाने का टाइम कभी भी हो सकता है। खाने के बाद आप जब चाहे खा सकते हैं।

जीरा खाने से आप को कब्जी हो तो घी की मात्रा थोड़ी बढ़ा दे या जीरे की मात्रा कम कर दें। डिलीवरी के तुरंत बाद जैसे डिलीवरी हुई अगले 45 दिनों तक आप उसका सेवन कर सकते हैं। यह उत्तम टॉनिक साबित होगा। तो डिलीवरी के बाद आपको नई जिंदगी चाहिए तो आप जीरे का प्रयोग जरूर करें। यह महिलाओं के लिए एक उत्तम टॉनिक है। तो स्वस्थ रहें, मस्त रहें।

Dr. (Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com
9897902760

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