शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी गुरुवार को अयोध्या पहुंचे। अयोध्या पहुंचकर जितेंद्र नारायण त्यागी ने सरयू में स्नान करके अपने आधुनिक वस्त्रों का त्याग कर दिया। इसके बाद उन्होंने हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास द्वारा भेंट किए गए भगवा वस्त्रों को धारण किया।
जितेंद्र नारायण त्यागी ने हिंदू रीति-रिवाज से वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सरयू के तट पर भगवा वस्त्र धारण किए। सरयू नदी पर पूजा-अर्चना करने के बाद जितेंद्र त्यागी ने कहा कि उन्होंने मां सरयू में स्नान करके अपने आधुनिक वस्त्रों का त्याग कर दिया है। त्यागी ने कहा कि वह अपना जीवन धर्म-कर्म हिंदुओं की रक्षा और संस्कृति के लिए समर्पित कर दूंगा। भगवा वस्त्र धारण करने के बाद जितेंद्र त्यागी ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात की और आशीर्वाद लिया।
राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र की घटनाओं पर जितेंद्र नारायण ने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ इंटरनेशनल साजिश रची गई है। जो सीरीया में होता है, वह अब हिंदुस्तान में देखने को मिल रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय साजिश है। काशी और मथुरा के मामले उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई है, मुसलमानों को चाहिए कि आपसी तालमेल से उस मामले को हल कर ले। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर यह सिद्ध हो कि वह पहले मंदिर था। उस स्थान को हिंदू भाइयों को वापस दिया जाए।