हरिद्वार। भारतीय प्राच्य विद्या सोसाइटी कनखल के संस्थापक पं. प्रतीक मिश्रपुरी ने कहाकि बिना मुहुर्त गंगा पूजन कर कुंभ मेले की शुरूआत करने के दुःखद परिणाम तत्काल सामने आए हैं। उन्होंने प्रेस को जारी बयान में कहाकि गुरुवार को गंगा पूजन के साथ कुंभ मेले का विधिवत शुभारम्भ प्रशासन द्वारा किया गया। मेले के सभी अधिकारी गंगा पूजन के दौरान मौजूद रहे। लेकिन बिना मुहूर्त निकले पूजन कर दिया गया। उन्होंने कहाकि गुरुवार को चतुर्थी तिथि थी। जो रिक्त तिथि मानी जाती है। कुंभ जैसे पर्व का आयोजन रिक्त तिथि में करना उचित नहीं कहा गया है। उन्होंने कहाकि इससे पूर्व कभी ऐसा नहीं हुआ की किसी भी बड़े आयोजन को रिक्त तिथि में किया गया हो। पूर्व में जितने भी कुंभ हुए हैं उनमें बकायदा मुहूर्त निकाल कर पूजन किया गया। प्रतीक मिश्रपुरी ने कहाकि बिना मुहुर्त व रिक्त तिथि में गंगा पूजन करने का परिणाम भी तत्काल देखने को मिला। कुंभ के अधिकारी के साथ जो हुआ वह सबके सामने है। उन्होंने कहाकि मेला प्रशासन को मुहुर्त निकलवाकर गंगा पूजन कर कुंभ मेले की शुरूआत करनी चाहिए थी। उन्होंने अपर मेला अधिकारी के साथ हुई अभद्रता की भी निंदा की।