हरिद्वार। अपने ससुराल के बाहर एक विवाहिता रात भर धरने पर बैठी रही। जिसके बाद ससुराल वालों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी। महिला की मांग थी कि वह इस घर में अपनी बच्ची के साथ रहना चाहती है। महिला ने आरोप लगाया कि काफी समय से उसका पति उसके पास नहीं आता और ससुराल वाले भी उसे घर में नहीं घुसने दे रहे हैं। उसकी 8 वर्षीय बेटी भी उसके सास-ससुर के पास है।
बता दें कि गाजियाबाद निवासी एक युवती की शादी साल 2012 में रुड़की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के दुर्गा कॉलोनी में रहने वाले युवक के साथ हुई थी। शादी के बाद महिला ने बेटी को जन्म दिया। पिछले कुछ सालों से पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव चल रहा है। तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। मंगलवार देर शाम विवाहिता अपने ससुराल के बाहर धरने पर बैठ गई। ससुराल पक्ष ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने विवाहिता को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी और घर में रहने की जिद पर अड़ी रही।
विवाहिता ने बताया कि वह देहरादून क्षेत्र में रहती है। काफी समय से उसका पति उसके साथ नहीं रहता है। ससुराल पक्ष के लोग भी उसे घर में नहीं घुसने दे रहे हैं। उसकी 8 वर्षीय बेटी भी उसके सास-ससुर के पास है। महिला अपनी बेटी के साथ रहना चाहती है।
महिला की सास ने कहाकि उन्होंने अपनी बहू को अलग फ्लैट लेकर दे रखा है। वह उसे खर्च भी देते हैं। मामले में सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान ने कहा महिला और उसकी सास को कोतवाली लाया गया है। दोनों पक्षों से वार्ता की जा रही है।