हरिद्वार। मंगलवार को महाकुंभ के चैथे और आखिरी शाही स्नान पर सभी तेरह अखाड़े गंगा में स्नान करेंगे। इसमें सात संन्यासी अखाड़े और तीन बैरागी अखाड़े कल प्रतीकात्मक रूप से हर की पैड़ी, ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान करेंगे। कल होने वाले शाही स्नान के लिए पुलिस-प्रशासन ने भी कमर कस ली है। आखिरी शाही स्नान को देखते हुए प्रशासन ने अखाड़ों के क्रम की व्यवस्था की है।
अंतिम शाही स्नान में सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद अखाड़े के साथ अपनी छावनी से निकलेगा। और हरकी पैड़ी पर पहुंचकर गंगा में स्नान करेगा। उसके बाद जूना अखाड़ा व अग्नि, आह्वान और किन्नर अखाड़ा शाही स्नान करेंगे। उसके बाद महानिर्वाणी अपने साथी अटल अखाड़े के साथ कनखल से हरकी पैड़ी की ओर रुख करेगा। उसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी अपनी छावनियों से निकलकर हर की पैड़ी पहुंचेंगे। उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा, इसके बाद बाद श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा शाही स्नान करेगा। आखिर में श्री निर्मल अखाड़ा हरकी पैड़ी पर स्नान करेगा।
इस बीच हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड पर सुबह 9.30 बजे से लेकर जब तक सभी अखाड़े स्नान नहीं कर लेते तब तक किसी भी व्यक्ति का स्नान करना प्रतिबंध रहेगा। मेला प्रशासन के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार पब्लिक किसी भी अन्य घाट पर स्नान कर सकती है। शाही स्नान पर सभी अखाड़े प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान करेंगे। मेला आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि सभी अखाड़े प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान करेंगे, जिसमें कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाएगा। इस बार शाही स्नान के लिए मेला क्षेत्र में केवल 2 जोन और 12 सेक्टर ही बनाये गये हैं।