हरिद्वार। उत्तराखंड में भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मदरसों का सर्वे कराने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले का संतों ने भी स्वागत किया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि मदरसों की गुणवत्ता और शिक्षा प्रणाली की समय-समय पर जांच की जानी चाहिए।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहाकि देश में असामाजिक गतिविधियों का कारण मदरसों को बताया जा रहा है। इस कारण मुस्लिम समाज का नाम बदनाम हो रहा है। इसके चलते उत्तराखंड में मदरसों का सर्वे होना जरूरी है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मुस्लिम भाइयों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए और असामाजिक तत्वों के इस सर्वे पर अपना सहयोग करना चाहिए।