हरिद्वार। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां आज गंगा में प्रवाहित की गईं। लेफ्टिनेंट दिवंगत विनय नरवाल के परिजन उनकी अस्थियां लेकर हरकी पैड़ी पहुंचे, जहां विधि-विधान के साथ लेफ्टिनेंट दिवंगत विनय नरवाल की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गईं।
तीर्थ पुरोहित पंडित सूरज शर्मा ने बताया कि आज पहलगाम हमले में मारे गए करनाल निवासी नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां उनका परिवार हरिद्वार लेकर पहुंचा था। विधि-विधान के साथ विनय नरवाल की अस्थियां हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड से गंगा में विसर्जित की गईं। पिता राजेश नरवाल ने ही बेटे की अस्थियां गंगा में विसर्जित की।
बेटे की अस्थियां गंगा गंगा में प्रवाहित करते हुए पिता राजेश नरवाल काफी भावुक हो गए थे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जो उनके बेटे के साथ होना था, वह हो गया। बस वो सरकार से यही कहना चाहते हैं कि ऐसा फिर दोबारा न हो। इस दुख की घड़ी में पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है, जिसमें उन्होंने देश का धन्यवाद किया है।
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी। इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसमें एक भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे। विनय नरवाल मूल रूप से हरियाणा के करनाल के रहने वाले थे। बीते 16 अप्रैल को ही उनकी शादी हुई थी। शादी के हफ्ते भर बाद ही विनय नरवाल के साथ ये घटना हो गई। विनय नरवाल अपनी पत्नी के साथ कश्मीर में छुट्टी मनाने गए थे। विनय नरवाल दो साल पहले ही नौसेना में भर्ती हुई थे। इस वक्त उनकी पोस्टिंग कोच्चि में थी।


