जठराग्नि प्रदीप्त करने के लिय पाचक रस ज्यादा चाहिये होता है। इसके लिए एक मीठे सेव फल में कितने भी लौंग अन्दर तक गड़ दें। फिर उसे 7 से 11 दिन तक छाया में पड़ा रहने दें। वह लौंग बन गयी पाचन तन्त्र को तेज करने वाली औषधि या टॉनिक। यह लौंग पाचन तन्त्र के लिये एकदम वरदान है। लौंग धोकर छाया में सुखा लें, और प्रयोग करें।
मात्राः प्रतिदिन 1-2 लौंग भोजन के 2 घंटे बाद चूसें।
Vaid Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar
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