उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री (शहरी विकास) मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल द्वारा किए गए 74 अधिकारी,कर्मचारियों के स्थानांतरण आदेश पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने रोक लगा दी। मंत्री अग्रवाल द्वारा अचानक किए गए ट्रांसफर का मामला सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
दरअसल बीते 17 सितंबर को शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने विभाग में 74 अधिशासी अधिकारी व कर्मचारियों के ट्रांसफर कर दिये। जिसके बाद वह विदेशी दौरे पर रविवार को जर्मनी चले गए। सियासी गलियारों में अचानक किए गए ट्रांसफरों को लेकर चर्चाएं जोर पकड़ने लगी तो सीएम कार्यालय ने इसका संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से सभी स्थानांतरण को रोक दिया गया।
मंत्री प्रेमचन्द के विदेशी दौरा और अचानक किए गए ट्रांसफर दोनों ही सोशल मीडिया पर जनता और सियासी गलियारों में विपक्ष मेे चर्चा का विषय बने हुए है। हालांकि इस रोक के पीछे एक वजह आचार संहिता को भी माना जा रहा है। मना जा रहा है कि हरिद्वार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते आचार संहिता लागू है। 74 तबादलों की जो सूची शनिवार को जारी हुई थी, इसमें हरिद्वार के कई निकायों में भी कर्मचारियों के तबादले किए गए थे।


