किसानों के घर पहुंचा नोटिस तो खुला चिट्ठा, डीजीपी ने दिए थे मुकदमा दर्ज करने के आदेश
हरिद्वार। किसानों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों का फसल ऋण लेने के दो शातिर आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। मामले का खुलासा किसानों के यहां ऋण वसूली के नोटिस पहुंचने के बाद हुआ।
जानकारी के मुताबिक थाना झबरेडा क्षेत्र के विभिन्न वास्तविक किसानों व कई मजदूरों (जिन्हे किसान दर्शाया गया) के नाम पर फर्जी तरीके से बैंक अकाउंट खुलवाकर व कूटकरित दस्तावेज तैयार कर पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा से वर्ष 2008 से वर्ष 2020 तक फसल ऋण लिये गए, जिसकी किसान एवं मजदूर को खबर ही नहीं थी। लोन की किस्त जमा न होने पर पंजाब नेशनल बैंक द्वारा संबंधित के नाम पर नोटिस जारी किए गए। किसानों एवं मजदूरों को जब बैंक नोटिस मिला तो पूछताछ करने पर उन्हंे इस जालसाजी का पता चला।
संबंधित प्रकरण का संज्ञान लेकर तत्कालीन चौकी प्रभारी इकबालपुर मोहन कठैत ने शुगर मिल प्रबंधक व तत्कालीन बैंक मैनेजर पीएनबी इकबालपुर के विरुद्ध 1ि9 अप्रैल 2021 को थाना झबरेडा में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमें की प्रारम्भिक विवेचना जनपद हरिद्वार में ही होने के पश्चात अग्रिम विवेचना आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) सीबीसीआईडी देहरादून में स्थानान्तरित हुई। वर्तमान विवेचक निरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल ने 05 आरोपियों के खिलाफ नोटिस जारी किए।
कार्यवाही करते हुए झबरेड़ा पुलिस ने दो आरोपितों पवन ढींगरा तत्कालीन केन मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर, वर्तमान में केन मैनेजर लक्सर शुगर मिल में तैनात व उमेश शर्मा तत्कालीन एकाउंट मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर, वर्तमान में शाकुम्भरी शुगर मिल, बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर तैनात को गिररूतार कर लिया। पुलिस तीन अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी है।


