हरिद्वार। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहाकि किसी भी लोकप्रिय सरकार के लिए जरूरी है कि जनता के साथ न्याय हो। और जनता को लगना भी चाहिए की उनके साथ न्याय हो रहा है। नए पीढ़ी के मन में सरकार के प्रति किसी भी प्रकार का अविश्वास उत्पन्न नहीं होना चाहिए।
मंगलवार को डामकोठी में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहाकि उनके सरकार के दौरान फोरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में नकल का मामला सामने आया था। जिसमें त्वरित कार्यवाही करते हुए 12 लोगों के साथ कोचिंग सेंटर संचालक को गिरफ्तार किया था। इसलिए इस परीक्षा में जिन बच्चों ने मेहनत की थी, उनको न्याय मिल गया। उन्होंने अधीनस्थ सेवा परीक्षा में भाजपा के ही कार्यकर्ताओं ने आवाज उठायी थी, जिस पर वर्तमान मुख्यमंत्री ने जांच बैठायी। एसटीएफ ने काम संभाला जिसके चलते 29 आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो पायी। उन्होंने कहाकि मैंने इस जांच के संबंध मंे पुलिस महानिदेशक को फोन किया। कहाकि खाकी या खादी जो भी आरोपी है उसे बक्शा नहीं जाना है। उन्होंने एसटीएफ के प्रयासों की सराहना की।
श्री रावत ने कहाकि छोटे-मोटे अपराधी ही बाहर होंगे, उनको भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। विधानसभा भर्ती प्रकरण हो उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा कि चाचा-भतीजावाद को उन्होंने गलत बताते हुए कहाकि जनता सरकार को इसलिए नहीं चुनती की वह अपने रिश्तेदारों का भला करे। यह अत्यंत दुःखद घटना है और प्रजातांत्रिक मूल्यों के साथ न्याय के भी खिलाफ है। कर्मचारी सेवा नियमावली, भर्ती सेवा नियमावली के खिलाफ है। उन्होंने कहाकि बैक डोर भर्ती सभी नियमावली के खिलाफ है। सरकारी खजाने के पैसे में पूर्ण पाददर्शिता बरती जानी चाहिए।
उन्होंने कहाकि मेरे कार्यकाल में भर्ती के लिए फाईल चली थी, किन्तु कोई भर्ती नहीं हुई थी और आयोग के माध्यम से भर्ती करने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहाकि भाजपा भाई भतीजावाद के सख्त खिलाफ है, जो लोग ऐसा कर रहे हैं वह गलत है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा भर्ती प्रकरण पर दिए गए बयान को सही बताया। उन्होंने कहाकि जो लोग बयान के बाद भी विरोध कर रहे हैं उन्हें मुख्यमंत्री की कार्यवाही पर धैर्य रखना चाहिए। उन्होंने कहाकि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को संविधान के मूल्यों की मर्यादा को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कि यदि सरकार मामले की सीबीआई जांच कराती है तो वह उसका स्वागत करते हैं।